दुबई/कुवैत सिटी/नयी दिल्ली: दक्षिणी कुवैत में विदेशी मजदूरों वाली एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग की चपेट में आकर मरने वाले लोगों में ज्यादातर भारतीयों के होने की जानकारी सामने आ रही है। बता दें कि आग लगने से मरने वालों की संख्या 41 से बढ़कर 49 हो गई है। 50 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि ज्यादातर लोगों की मौत धुएं से दम घुटने के कारण तब हुई जब वे सोए हुए थे। उन्होंने कहा कि कई लोगों को बचा लिया गया। उन्होंने बताया कि आग कुवैत के दक्षिणी अहमदी गवर्नेट के मंगफ़ क्षेत्र में छह मंजिला इमारत की रसोई में लगी। उन्होंने कहा कि बताया जाता है कि इमारत में एक ही कंपनी के 195 मजदूर रहते थे। पीएम मोदी ने पूरे घटनाक्रम पर दिल्ली में आपात बैठक की। साथ ही मुआवजे का ऐलान किया।
कुवैत टाइम्स अखबार की खबर के अनुसार, गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आग से मरने वालों की संख्या 49 तक पहुंच गई है। मंत्रालय ने कहा कि आपराधिक साक्ष्य विभाग के कर्मी वर्तमान में घटनास्थल पर मृतकों की पहचान करने और आग के कारण जानने पर काम कर रहे हैं। इसने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वाले भवन मालिकों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। गृह मंत्रालय के सामान्य आपराधिक साक्ष्य विभाग के प्रमुख मेजर जनरल ईद अल-ओवैहान ने कहा, "दुर्भाग्य से, हमें सुबह ठीक 6:00 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 8:30 बजे) मंगफ क्षेत्र में आग लगने की सूचना मिली।" अंग्रेजी दैनिक अरब टाइम्स ने उनके हवाले से कहा कि मृतकों में अधिकतर केरल, तमिलनाडु और उत्तर भारतीय राज्यों के भारतीय नागरिक शामिल हैं जिनकी उम्र 20 से 50 साल के बीच थी।
हेल्पलाइन नंबर जारी
संबंधित इमारत को एनबीटीसी समूह ने किराए पर ले रखा था। सूत्रों ने बताया कि मरने वालों में अन्य देशों के भी कुछ नागरिक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान के दौरान पांच अग्निशमनकर्मी घायल हो गए। कुवैत में भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज भारतीय कामगारों को चपेट में लेने वाली दुखद अग्नि दुर्घटना के संबंध में, दूतावास ने एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किया है: +965-65505246। सभी संबंधित लोगों से अद्यतन जानकारी के लिए इस हेल्पलाइन से जुड़ने का अनुरोध किया जाता है। दूतावास हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पीएम मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर जता चुके दुःख
कुवैत में आग की घटना से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी आहत हुए हैं। उन्होंने मौतों पर गहरा दुख जताया है। साथ ही अपने एक केंद्रीय मंत्री को भारतीयों की मदद के लिए तत्काल कुवैत सिटी भेज दिया है। वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। साथ ही भारतीयों की हर संभव मदद का भरोसा दिया है। बता दें कि ’’ कुवैत की कुल आबादी का 21 प्रतिशत (10 लाख) और इसकी श्रमशक्ति का 30 प्रतिशत (लगभग नौ लाख) भारतीय हैं।
प्रधानमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कुवैत में आग लगने से कई भारतीयों की मौत के बाद एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और अधिकारियों को हरसंभव सहायता मुहैया कराने का निर्देश दिया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह राहत कार्यों की निगरानी करने तथा शवों को शीघ्र वापस लाने के लिए कुवैत जा रहे हैं। मोदी ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक भारतीय नागरिकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की। बयान में कहा गया कि बैठक में विदेश मंत्री एस.जयशंकर, उप विदेश मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव प्रमोद कुमार मिश्र, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और विदेश सचिव विनय क्वात्रा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
कुवैत के नेताओं ने भी जाहिर किया शोक
कुवैत के युवराज शेख सबाह खालिद अल-हमद अल-सबाह और प्रधानमंत्री शेख अहमद अब्दुल्ला अल-अहमद अल-सबाह ने लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि इमारत में आग की लपटें देखकर वे डर गए थे। इनमें से एक प्रत्यक्षदर्शी ने घटना को याद करते हुए कहा कि एक व्यक्ति ने इमारत की पांचवीं मंजिल से छलांग लगा दी और बालकनी के किनारे से टकराकर उसकी दुखद मौत हो गई। (भाषा)
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