संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (यूएनओसीएचए) ने कहा है कि सूडान में जारी संघर्ष के कारण इथियोपिया पहुंचने वाले लोगों की संख्या 25,700 से अधिक हो गई है। यूएनओसीएचए ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहाकि पिछले कुछ सप्ताह में सूडान से लोग रोजाना इथियोपिया आ रहे हैं। इथियोपिया के मेटेमा बॉर्डर क्रॉसिंग पर अब तक 20,400 से अधिक लोग पंजीकृत हुए हैं, जिनमें ज्यादातर इथियोपिया से आए हैं। इसने यह भी कहा कि शरणार्थियों के लिए एक नए क्रॉसिंग प्वाइंट बन चुके इथियोपिया के बेनीशंगुल-गुमुज क्षेत्र के अलमहल में हाल ही में 5,300 से अधिक लोग आए हैं जिन्हें तत्काल सहायता की आवश्यकता है।
प्राथमिक जरूरतें भोजन, पानी और स्वच्छता को बढ़ावा देना, स्वास्थ्य और पोषण, आश्रय, गैर-खाद्य पदार्थ और सुरक्षा सेवाओं की डिलीवरी है। मेटेमा में, जो अब तक मुख्य क्रॉसिंग प्वाइंट है, मई के दूसरे सप्ताह में सहायता से जुड़ी गतिविधियों में तेजी आई है। यूनोचा ने कहा, संरक्षण भागीदारों ने आठ बड़े ट्रांजिट आश्रय शेड स्थापित किए हैं, जिससे कुछ सौ शरणार्थियों और शरण चाहने वालों को बॉर्डर क्रॉसिंग प्वाइंट से छह किमी दूर इस पारगमन स्थल पर स्थानांतरित करने की अनुमति मिली है, जहां वे आश्रय पा सकते हैं, पानी और स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंच सकते हैं। स्थानांतरण कुछ हद तक, मेटेमा के अतिपिछड़े शहर के लिए राहत प्रदान करता है, जो पहले से ही पानी की कमी का सामना कर रहा है, जिसके परिणामस्वरूप भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में बीमारी फैलने का खतरा है।
सूडान में जा चुकी अब तक 650 से अधिक लोगों की जान
चिकित्सा दल मेटेमा बॉर्डर प्वाइंट पर स्वास्थ्य जांच और आपातकालीन सहायता प्रदान करना जारी रखे हुए हैं। सूडान ने 15 अप्रैल से राजधानी शहर खार्तूम और अन्य क्षेत्रों में सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच घातक सशस्त्र संघर्ष देखा है, दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर संघर्ष शुरू करने का आरोप लगाया है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, तब से कम से कम 676 लोग मारे गए हैं। यूएनओसीएचए ने पहले खुलासा किया था कि पड़ोसी सूडान में चल रहे संघर्ष के बीच इथियोपिया में आगमन 60 देशों के लोग आए हैं जिसमें सबसे बड़े समूह इथियोपिया, सूडान और तुर्की के लोगों के हैं।