दुबईः प्रतिष्ठित अनिवासी भारतीय (एनआरआई) कारोबारी और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) स्थित लुलु समूह के प्रमुख एम.ए.युसूफ अली ने कुवैत अग्निकांड में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये मदद देने का ऐलान किया है। बृहस्पतिवार को लुलु समहू के प्रमुख ने यह घोषणा की। बता दें कि दक्षिणी कुवैत के मंगफ क्षेत्र में बुधवार को एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने से 49 विदेशी मजदूरों की मौत हो गई थी और 50 अन्य घायल हो गये थे। मृतकों में 45 भारतीय हैं। अबू धाबी में समूह द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि इस प्रत्येक मृतक के परिवार को पांच लाख रुपये की राशि दी जाएगी।
विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह बृहस्पतिवार को कुवैत पहुंचे और आग में घायल हुए कुछ भारतीयों से मुलाकात की। कुवैत में भारतीय दूतावास ने कहा कि सभी घायल सुरक्षित हैं। कुवैत में विदेशी श्रमिकों के आवास वाली एक इमारत में लगी भीषण आग में मारे गए 40 से अधिक भारतीयों के शवों को वापस लाने के लिए बृहस्पतिवार रात एक सैन्य परिवहन विमान वहां भेज रहा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कुवैत के अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने मारे गए 45 भारतीयों के शवों की पहचान कर ली है। आग में कम से कम 49 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई और 50 अन्य लोग घायल हो गए। दिल्ली में अधिकारियों ने कहा कि भारतीय वायु सेना का सी-130जे परिवहन विमान शुक्रवार को शवों को वापस लाएगा और विमान सबसे पहले कोच्चि में उतरेगा क्योंकि अधिकांश पीड़ित केरल के हैं।
वायुसेना के विमान से शव लाया जा रहा दिल्ली
भारतीय वायुसेना के विमान से कुवैत अग्निकांड में मारे गए भारतीयों का शव दिल्ली लाया जा रहा है। क्योंकि कुछ मृतक उत्तर भारतीय राज्यों से हैं। कुवैत के अधिकारियों ने मृतकों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण करा लिया है। कुवैत के अग्निशमन बल ने कहा कि भीषण आग विद्युत ‘शॉर्ट सर्किट’ के कारण लगी थी। विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह आग में झुलसे भारतीयों की सहायता की निगरानी करने और मारे गए लोगों के शवों को शीघ्र स्वदेश लाए जाने के लिए कुवैत पहुंच चुके हैं। कुवैत पहुंचने के कुछ घंटों बाद सिंह ने कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या और स्वास्थ्य मंत्री अहमद अब्देलवहाब अहमद अल-अवदी से अलग-अलग मुलाकात की।
कुवैत में भारतीय दूतावास कर रहा मदद
कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि अल-याह्या ने चिकित्सा देखभाल, शवों को शीघ्र वापस भेजने तथा घटना की जांच समेत पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया है। दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, "विदेश मंत्री याह्या ने दुखद घटना को लेकर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने चिकित्सा देखभाल, शवों को शीघ्र वापस भेजने और घटना की जांच समेत पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया।" दूतावास ने कहा, "राज्यमंत्री ने कुवैत के सभी संबंधित प्राधिकारियों द्वारा दिए जा रहे सहयोग की सराहना की।" भारतीय दूतावास के अनुसार सिंह के साथ बैठक में कुवैत के स्वास्थ्य मंत्री ने भारतीयों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी। सिंह ने मुबारक अल कबीर अस्पताल का भी दौरा किया जहां सात घायल भारतीय भर्ती हैं। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने बुधवार रात एक बयान जारी कर कहा था, ‘‘कुवैत के मंगाफ क्षेत्र में एक आवासीय इमारत में आज (बुधवार) तड़के आग लगने की एक दुर्भाग्यपूर्ण एवं दुखद घटना में मारे गये लोगों में से करीब 40 के बारे में माना जा रहा है कि वे भारतीय थे।’’
पीएम मोदी घटना से हैं बेहद दुखी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना को 'दुखद' करार दिया और विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा सहित अन्य लोगों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। बैठक के बाद मोदी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतक भारतीयों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की और निर्देश दिया कि सरकार हर संभव सहायता प्रदान करे। विदेश मंत्री ने फोन पर अपने कुवैती समकक्ष अल-याह्या से बातचीत की और उनसे अनुरोध किया कि आग लगने के कारण जान गंवाने वाले भारतीयों के शव शीघ्र भारत भेजे जाएं।
जयशंकर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘(मैंने) कुवैत में आग लगने की घटना के संबंध में कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या से बातचीत की। (मुझे) इस संबंध में कुवैती अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में बताया गया। (मुझे) आश्वासन दिया गया कि इस घटना की पूरी जांच की जाएगी और जिम्मेदारी तय की जाएगी।’’ (भाषा)
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