इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप पर मूसलाधार बारिश के कारण अचानक बाढ़ आने और भूस्खलन से भारी तबाही मचाई है। भूस्खलन और बाढ़ की चपेट में आने से कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई, जबकि सात अन्य लापता हैं। लापता हुए लोगों की संख्या और भी बढ़ सकती है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। घटनास्थल पर आपदा प्रबंधन एजेंसियों ने राहत और बचाव का कार्य तेजी से शुरू कर दिया है। कई लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
स्थानीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रमुख डोनी युसरीजल ने कहा कि शुक्रवार देर रात कई टन मिट्टी, चट्टानें और उखड़े हुए पेड़ एक पहाड़ से लुढ़ककर एक नदी तक पहुंच गए। उन्होंने कहा कि इसके बाद कई तट टूट गए और पश्चिम सुमात्रा प्रांत के पेसिसिर सेलातन जिले में पहाड़ी गांवों में बाढ़ आ गई। इससे आसपास रह रहे लोगों के बीच हाहाकार मच गया। युसरीजल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस आपदा में मरने वालों की संख्या 19 हो गई है।
80 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित
एजेंसी ने एक बयान में कहा कि अचानक आई बाढ़ से कम से कम दो ग्रामीण घायल हो गए और बचावकर्मी ऐसे सात लोगों की तलाश कर रहे हैं जो कथित तौर पर अब भी लापता हैं। बयान में कहा गया कि बाढ़ और भूस्खलन के कारण 14 घर जमीदोंज हो गए, 80,000 से अधिक लोग अस्थायी सरकारी आश्रयों में चले गए, जबकि पश्चिम सुमात्रा प्रांत के नौ जिलों और शहरों में लगभग 20,000 घरों की छत तक पानी भर गया है। (एपी)