Highlights
- 'एलियन की वजह से कोरोना वायरस फैल रहा है'
- 'एलियंस ने गुब्बारे में वायरस भरकर फेंका था'
- बॉर्डर के आस-पास रहने वाले लोगों के लिए निर्देश
Kim Jong Un on Coronavirus: कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचाई। अभी भी कोरोना वायरस के लाखों मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि अब तक पूरी दुनिया के सामने यह रहस्य है कि यह वायरस कैसे और कहां से फैला? इस सवाल का सही-सही जवाब अब भी किसी के पास नहीं है। यह भी कहा जाता है कि अब इतने दिन गुजरने के बाद इस वायरस की उत्पत्ति का सटीक पता लगा पाना शायद मुमकिन भी नहीं है। इस बीच, अब कोरोना वायरस को लेकर उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन का एक अजीबोगरीब बयान सामने आया है।
'देश में पहला केस भी एलियंस की वजह से मिला'
दरअसल, किम जोंग उन अपने अजीबोगरीब बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। एक बार फिर अब उन्होंने कोरोना को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। किम जोंग ने दावा किया है कि एलियंस की वजह से कोरोना फैल रहा है। किम जोंग उन ने कहा कि देश में पहला कोरोना केस भी एलियंस की वजह से मिला है।
'एलियंस ने गुब्बारे में वायरस भरकर फेंका था'
किम जोंग उन का कहना है कि साउथ कोरिया से जुड़े बॉर्डर से एलियंस ने गुब्बारे में वायरस भरकर फेंका था। इसके बाद से देश में कोरोना वायरस फैला है। वहीं, उत्तर कोरिया में अफवाह फैली हुई है कि अप्रैल में 18 वर्ष के एक सैनिक और 5 साल के बच्चे ने किसी 'एलियन जैसी चीज' को टच किया यानी छुआ था। इसके बाद दोनों में कोरोना के लक्षण पाए गए।
पड़ोसी देश ने किम जोंग की थ्यूरी को बताया बकवास
हालांकि, पड़ोसी देश साउथ कोरिया ने एलियन से फैलने वाली थ्योरी को बकवास बताया है। सियोल के एक प्रोफेसर का कहना है कि किम जोंग के दावे पर विश्वास करना इसलिए भी मुश्किल है, क्योंकि वस्तुओं के जरिए वायरस फैलने की संभावना काफी कम होती है।
बॉर्डर से सटे इलाकों के लिए जारी किए गए हैं निर्देश
उत्तर कोरिया की एक समाचार एजेंसी के मुताबिक, सरकार ने बॉर्डर से सटे इलाकों के लिए कुछ निर्देश दिए हैं। सरकार ने कहा कि बॉर्डर के आस-पास रहने वाले लोग हवा के जरिए आने वाली चीजें यानी गुब्बारों और एलियन जैसी चीजों से सतर्क रहें। अगर किसी को भी ऐसी चीज दिखाई देती है, तो पुलिस को जानकारी दें।
12 मई को पहली बार वायरस पाए जाने का किया था ऐलान
गौरतलब है कि करीब ढाई साल तक कोरोना वायरस से बचे रहने के दावे के बाद उत्तर कोरिया में अप्रैल के आखिर तक करीब 20 लाख लोग रहस्यमयी बुखार से पीड़ित हो चुके थे। उत्तर कोरिया ने 12 मई को पहली बार अपने देश में कोरोना वायरस पाए जाने का ऐलान किया था। इसके बाद किम जोंग ने पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया था। तब ये आंकड़े भी सामने आए थे कि 2.6 करोड़ आबादी वाले देश में से ज्यादातर लोगों को कोविड-19 का टीका नहीं लगाया गया है।