यरूशलमः इजरायल की सेना ने बीते वर्ष हमास हमले के दौरान मारे गए बंधकों की मौत की वजह को लेकर सफाई दी है। सेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि पिछले साल सात अक्टूबर को एक घर में रखे गए इजरायली बंधकों की मौत उनकी गोलाबारी में नहीं हुई थी। ये निष्कर्ष उस घटना से संबंधित सेना की पहली जांच का हिस्सा हैं। घर में बंधक बनाए गए लोग टैंक की गोलीबारी में मारे गए थे। हालांकि सेना ने उस टैंक हमले में खुद को निर्दोष बताया, लेकिन उसने देश के नागरिकों की रक्षा करने के अपने मुख्य मिशन में कई विफलताओं को स्वीकार किया।
बता दें कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास ने दक्षिणी इजरायल में अचानक हमला कर दिया था, जिससे इजरायल हैरान रह गया था। इस दौरान हमास की बर्बरता से इजरायल में हाहाकार मच गया था। हमास के आतंकियों ने राह चलते लोगों को भी मौत के घाट उतार दिया था। एक संगीत समारोह में शामिल लोगों को भी हमास ने गोलियों से भून डाला था। हमास के आतंकी इजरायल की सड़कों पर आतंक का पर्याय बनकर घूम रहे थे। इस हमले में इजरायल के लगभग 1,200 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर आम नागरिक थे। हमास ने इजरायल के लगभग 250 लोगों को बंधक बना लिया था।
इजरायल ले रहा चुन-चुन बदला
हमास के इस हमले का इजरायल भी अब चुन-चुन कर बदला ले रहा है। इजरायल ने गाजा शहर को पूरी तरह श्मशान बना दिया है। हमास के ज्यादातर मिलिट्री बेस, सुरंगों और ऑपरेटिव ठिकानों को नष्ट कर डाला है। अब तक की लड़ाई हमें हमास के ज्यादातर टॉप कमांडर मारे जा चुके हैं। (एपी)
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