काहिराः दक्षिणी गाजा में याह्या सिनवार की मौत के बाद इजरायली सेना ने अपनी एक और आर्मी यूनिट जबालिया ऑपरेशन में सहयोग के लिए भेजा है। यह गाजा का सबसे बड़ा आठवां शरणार्थी शिविर है। जहां लोगों का कहना है कि क्षेत्र में इजरायली टैंकों ने आगे बढ़ते ही सड़कों और घरों को उड़ा दिया। उत्तरी गाजा में जबालिया निवासियों ने कहा कि इजरायली टैंक बड़े पैमाने पर हवाई और जमीनी गोलाबारी करते हुए उपनगरों और आवासीय जिलों से होते हुए शिविर के मध्य तक पहुंच गए हैं।
लोगों ने कहा कि इजरायली सेना कभी हवा और कभी जमीन से इमारतों पर बम बरसा कर और उनमें दूर से विस्फोट करके रोजाना दर्जनों घरों को नष्ट कर रही है। जबकि इज़रायली सेना ने कहा कि पिछले दो सप्ताह से जबालिया में काम कर रही उसकी सेना ने गुरुवार को नजदीकी लड़ाई में हवाई हमले किए इस दौरान दर्जनों आतंकवादियों को मार गिराया और हमास के सैन्य बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया।
सिनवार की हत्या के बाद ऑपरेशन में तेजी
इजरायली सेना के जबालिया ऑपरेशन में तेजी तब आई जब उसने यह घोषणा कर दी कि देश के नंबर एक दुश्मन और हमास के प्रमुख याह्या सिनवार को आईडीएफ ने मार डाला है। आईडीएफ के अनुसार सिनवार ने ही 7 अक्तूबर 2023 को उस पर हमले का आदेश दिया था, जो इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष के इतिहास में सबसे घातक था। इज़रायली सेना का कहना है कि जबालिया में उसके अभियान का उद्देश्य हमास लड़ाकों को और अधिक हमलों के लिए फिर से संगठित होने से रोकना है।
निवासियों ने कहा कि इजरायली बलों ने सुदूर उत्तरी गज़ान के बीट हनौन, जबालिया और बीट लाहिया शहरों को गाजा शहर से प्रभावी ढंग से अलग कर दिया है, जिससे उन परिवारों को छोड़कर अन्य लोगों की आवाजाही अवरुद्ध हो गई है जो निकासी आदेशों का पालन कर रहे हैं और तीन कस्बों को छोड़ रहे हैं। (रॉयटर्स)
यह भी पढ़ें
दुनिया में कितने हैं गरीब, UN ने दिया ये चौंकाने वाला आंकड़ा; भारत में रह गए सिर्फ इतने लोग
हमास ने इजरायली दावे के 24 घंटे बाद माना "मारा गया याह्या सिनवार", अब तक कर रहा था इनकार