इजराइल और हमास के बीच बीते आठ महीनों से जंग जारी है। फिलहाल जिस तरह के हालात के नजर आ रहे हैं उससे जंग खत्म होती नजर नहीं आ रही है। इजराइल रफह पर जमीनी हमले की तैयारी में है तो अमेरिका समेत दुनिया के कई देश इजराइल के इस कदम का विरोध कर रहे हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन को पूर्ण सदस्य बनने को लेकर 10 मई को वोटिंग हुई। भारत समेत 143 देशों ने पक्ष में वोट किया जबकि अमेरिका और इजराइल समेत 9 देशों ने इसके खिलाफ वोटिंग की। 25 देशों की यूएन में गैरमौजूदगी रही।
इजराइल ने दिखाई नाराजगी
फलस्तीन के पूर्ण सदस्य बनने के प्रस्ताव पर हुई वोटिंग से इजराइल भड़का हुआ नजर आया। संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संयुक्त राष्ट्र चार्टर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। इजराइली राजदूत एर्दान ने फलस्तीन को संयुक्त राष्ट्र में स्थायी सदस्य बनाए जाने को यूएन चार्टर का उल्लंघन करार दिया। उन्होंने कहा कि इस फैसले ने पिछले महीने सुरक्षा परिषद में अमेरिकी वीटो को पलट दिया है। एर्दान ने कहा कि वह यूएन चार्टर की धज्जियां उड़ाते हुए मौजूद सदस्यों को"आईना दिखा रहे हैं।"
'यह वोटिंग विनाशकारी है'
इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा, "इस दिन को याद रखा जाएगा। मैं चाहता हूं कि पूरी दुनिया इस क्षण, इस अनैतिक कृत्य को याद रखे...आज मैं आपको आईना दिखाना चाहता हूं, ताकि आपको पता चले कि वास्तव में आप संयुक्त राष्ट्र चार्टर को क्या नुकसान पहुंचा रहे हैं। यह वोटिंग विनाशकारी है। आप अपने हाथों से संयुक्त राष्ट्र चार्टर की धज्जियां उड़ा रहे हैं।" उन्होंने हमास का जिक्र करते हुए संयुक्त राष्ट्र को "आधुनिक नाजियों" के लिए खोलने का आरोप भी लगाया।
'यूएन के सदस्य ऐसा चाहते हैं'
इजराइली राजदूत ने कहा कि फलस्तीन को पूर्ण सदस्य बनाकर आतंकियों की तरफ से कंट्रोल किए जा रहे क्षेत्र को मान्यता दे दी जएगी। उन्होंने सवालिया लहजें में कहा कि क्या यूएन के सदस्य ऐसा चाहते हैं। गिलाद एर्दान एक्स पर पोस्ट किया, उन्होंने कहा, "अपने भाषण के अंत में, मैंने यह बताने के लिए 'यूएन चार्टर' के टुकड़े-टुकड़े कर दिए, कि असेंबली संयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन आतंकवाद के प्रवेश के समर्थन में क्या कर रही है।"
यह भी पढ़ें:
इजराइल ने कानून तोड़कर किया हथियारों का इस्तेमाल?, जानें अमेरिका ने क्यों कही ये बातसंयुक्त राष्ट्र में फलस्तीन को मिलेगा पूर्ण सदस्य का दर्जा, भारत ने प्रस्ताव के पक्ष में किया मतदान