गाजा में फंसे विदेशी नागरिकों को बाहर निकालने के लिए इजरायल और अमेरिका ने एक अहम फैसला किया है। इसके तहत गाजा में फंसे विदेशी नागरिकों को बाहर निकलने का वक्त दिया गया है। इस फैसले में मिस्र भी शामिल है। विदेशी नागरिकों की मुश्किलें कम करने के लिए उन्हें गाजा से सुरक्षित निकालने का विकल्प तैयार किया गया है। मिस्र, इजराइल और अमेरिका गाजा में विदेशी नागरिकों को राफा सीमा के जरिये मिस्र में प्रवेश करने की अनुमति देने पर सहमत हुए हैं। मिस्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने शनिवार को बताया कि इजराइल उन क्षेत्रों पर हमला करने से परहेज करने पर सहमत हो गया है, जहां से विदेशी नागरिक फलस्तीनी क्षेत्र से बाहर निकलते समय गुजरेंगे। उन्होंने कहा कि कतर भी वार्ता में शामिल था और प्रतिभागियों को फलस्तीनी आतंकवादी समूहों, हमास और इस्लामिक जिहाद से भी मंजूरी मिली। अधिकारी ने कहा कि राफा सीमा के माध्यम से गाजा को मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति देने के लिए बातचीत अभी भी जारी है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि राफा सीमा के मिस्र की तरफ उन्हें गाजा से आने वाले विदेशी नागरिकों के लिए शनिवार दोपहर को इसे फिर से खोलने के ‘‘निर्देश’’ मिले हैं।
विदेशियों के गाजा छोड़कर निकलने वाले रास्ते पर हमला नहीं करेगा इजरायल
इजरायल, मिस्र और अमेरिका में यह समझौता ऐसे वक्त हुआ है, जब हमास के हमले के बाद इजराइल ने फलस्तीनियों को उत्तरी गाजा पट्टी से निकलने का आदेश दिया है। काफी संख्या में गाजा में विदेशी नागरिक भी फंसे हैं। ऐसे में उन्हें सुरक्षित निकलने के लिए तीनों देशों के बीच यह राय बनी है। इसके तहत राफा के जरिये मिस्र के रास्ते विदेशों को सुरक्षित बाहर जाने दिया जाएगा। तब तक उस रास्ते में इजरायल ने हमला न करने का वादा किया है। (एपी)
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