ईरान की नौसेना ने बृहस्पतिवार को ओमान की खाड़ी में एक तेल टैंकर जब्त कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। टैंकर जब्त किये जाने से पश्चिम एशिया में जलमार्ग में तनाव और बढ़ने की आशंका है। इस टैंकर को कभी ‘स्वेज राजन’ के नाम से जाना जाता था और यह एक साल से विवाद में फंसा हुआ था। अमेरिकी सरकार ने इस टैंकर में मौजूद लगभग दस लाख बैरल ईरानी कच्चे तेल को जब्त कर लिया था। सरकारी समाचार एजेंसी ‘इरना’ की खबर के अनुसार ईरान की नौसेना ने एक तेल टैंकर को जब्त किया है। खबर के अनुसार इसे एक न्यायिक आदेश के तहत जब्त किया गया है।
जहाज पर चढ़े बंदूकधारी
इसके अनुसार हथियारबंद लोगों के इसमें सवार होने के कुछ घंटे बाद बृहस्पतिवार की दोपहर टैंकर को जब्त किया गया। निजी सुरक्षा कंपनी ‘एंब्रे’ ने कहा कि ‘‘चार से पांच हथियारबंद व्यक्ति’’ जहाज पर चढ़े। कंपनी ने कहा कि इसकी पहचान तेल टैंकर ‘सेंट निकोलस’ के रूप में हुई। इसने कहा कि लोगों ने टैंकर पर चढ़ते समय निगरानी कैमरों को ढक दिया था। ‘सेंट निकोलस’ को पहले स्वेज राजन नाम दिया गया था, जो यूनानी नौवहन कंपनी ‘एम्पायर नेविगेशन’ से जुड़ा था।
अमेरिकी तेल टैंक होने का दावा
ईरानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान ने गुरुवार को तुर्की के लिए जा रहे इराकी कच्चे तेल से भरे एक टैंकर को जब्त कर लिया है जो पिछले साल तेहरान के कट्टर दुश्मन संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा उसके जहाज को जब्त करने का प्रतिशोध प्रतीत होता है। ब्रिटिश समुद्री सुरक्षा फर्म एंब्रे और उसके एआईएस के अनुसार,ईरानी मीडिया ने गुरुवार को सेना के एक बयान का हवाला देते हुए कहा, ओमान की खाड़ी में एक अमेरिकी तेल टैंकर को जब्त करने की घोषणा की है। यह स्पष्ट नहीं है कि ईरानी मीडिया ने जहाज को अमेरिकी जहाज क्यों बताया।
अमेरिका ने पिछले साल ईरानी जहाज जब्त किया था
बता दें कि 2023 में ईरानी जहाज सेंट निकोलस को संयुक्त राज्य अमेरिका ने जब्त कर लिया गया था। यह जहाज स्वेज राजन के तहत रवाना हुआ था। फिलहाल ईरानी मीडिया के दावे पर अमेरिका की तरफ से अभी जवाब नहीं आया है।