Highlights
- ईरान में हिजाब के खिलाफ प्रदर्शन
- अभिनेत्री ने उतारे अपने कपड़े
- सोशल मीडिया पर पोस्ट किया वीडियो
Iran Protest Against Hijab: ईरान में हिजाब को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन अपने उफान पर है। इससे जुड़ी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। एक खास बात ये है कि इन प्रदर्शनों का नेतृत्व न केवल महिलाएं कर रही हैं, बल्कि इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा भी ले रही हैं। इसके अलावा पुरुष भी महिलाओं का साथ देने के लिए सड़कों पर उतरे रहे हैं। इन प्रदर्शनों को दुनिया भर की हस्तियां भी अपना समर्थन दे रही हैं। इस अभियान में ईरान की अभिनेत्री एलनाज नॉरूजी भी शामिल हुईं। उन्होंने हिजाब के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हुए कपड़े उतारे और इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया।
अभिनेत्री ने अपने वीडियो के साथ ये संदेश देने की कोशिश की कि जिसका शरीर है, पसंद भी उसकी ही होगी कि उसे क्या पहनना है। अभिनेत्री ने अनोखे तरीके से विरोध दर्ज कराया है, जिसके बाद से उनका ये विरोध करने का तरीका सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। मंगलवार को एलनाज नॉरूजी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें वह विरोध दर्ज कराते हुए अपने कपड़े उतारती नजर आ रही हैं। वीडियो में ईरानी अभिनेत्री को हिजाब और बुर्का उतारते हुए देखा जा सकता है।
जब अभिनेत्री अपने सभी कपड़े उतार देती हैं, तो उनके वीडियो पर कैप्शन लिखा हुआ दिखाई देता है, 'दुनिया में कहीं भी, हर महिला को, चाहे वह कहीं से भी हो, उसे यह अधिकार होना चाहिए कि वह जो चाहे, जब चाहे और जहां चाहे पहन सकती है। किसी भी पुरुष या किसी अन्य महिला को उसे जज करने या उसे दूसरे कपड़े पहनने के लिए कहने का अधिकार नहीं है।'
ईरान में नहीं थम रहे विरोध प्रदर्शन
ईरान में 22 वर्षीय युवती की मौत के विरोध में जारी प्रदर्शन को कुचलने के लिए सरकारी बलों ने देश के कुर्द क्षेत्रों में मंगलवार को अपनी कार्रवाई तेज कर दी। नैतिकता के नाम पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने युवती महसा अमीनी को पकड़ा था और हिरासत में ही उसकी मौत हो गई थी। दंगा रोधी पुलिस ने ईरान के कुर्दिस्तान प्रांत की राजधानी सानंदाज में गोलीबारी की। वहीं एमनेस्टी इंटरनेशनल और अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने महसा अमीनी की मौत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को निशाना बनाने के लिए ईरान की निंदा की है।
इस बीच, तेल कंपनियों में काम करने वाले कुछ लोगों ने भी सोमवार को दो प्रमुख रिफाइनरी परिसरों में विरोध-प्रदर्शन किया। ईरान की सरकार ने लगातार यह दावा किया है कि अमीनी के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया, जबकि उनके परिवार का कहना है कि उसके शरीर पर चोट व पिटाई के निशान थे। अमीनी को हिजाब सही तरीके से न पहनने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। अमीनी की मौत के बाद ईरान में प्रदर्शन शुरू हुए। प्रदर्शन के सामने आए कुछ वीडियो में सुरक्षा बलों द्वारा महिला प्रदर्शनकारियों को पीटते और धक्का देते हुए देखा जा सकता है। इनमें वे महिलाएं भी शामिल हैं जिन्होंने अपना हिजाब उतार दिया था। ईरान में हिजाब पहनना अनिवार्य है।
अधिकारियों के इंटरनेट पर रोक लगाने के बावजूद राजधानी तेहरान और अन्य जगहों के वीडियो ऑनलाइन प्रसारित हो रहे हैं। सोमवार को एक वीडियो में विश्वविद्यालय और हाई स्कूल के छात्रों को प्रदर्शन तथा नारेबाजी करते हुए देखा गया। कुछ महिलाएं व लड़कियां बिना सिर ढके सड़कों पर मार्च करती नजर आईं।
ईरान 2009 के ‘हरित आंदोलन’ के बाद से इन प्रदर्शनों के जरिए ईरान के धर्मतंत्र के खिलाफ सबसे बड़ी चुनौती पेश की गई है। न्यूयॉर्क स्थित ‘सेंटर फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने एक वीडियो साझा किया जिसमें सानंदाज में सुरक्षा बल के कर्मी मोटरसाइकिल पर चक्कर लगाते नजर आ रहे हैं। सेंटर ने कहा, ‘उन्होंने बहरान में कथित तौर पर कई गाड़ियों के शीशे भी तोड़े।’
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने भी ईरानी सुरक्षा बलों के ‘आग्नेयास्त्रों का इस्तेमाल करने और यहां तक कि मकानों में भी अंधाधुंध आंसू गैस के गोले दागने’ की निंदा की है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी ईरानी बलों की कार्रवाई की निंदा की और कहा , ‘ईरान में जो कुछ भी हो रहा है उसे दुनिया देख रही है।’ वहीं ईरान ने सानंदाज में नए सिरे से की गई कार्रवाई के संबंध में अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि ईरान के विदेश मंत्रालय ने पुलिस की कार्रवाई को लेकर ब्रिटेन द्वारा उसके देश के कुछ लोगों पर प्रतिबंध लगाने के बाद, ब्रिटेन के राजदूत को तलब किया। ईरान के विदेश मंत्रालय ने प्रतिबंध को ‘मनमाना और निराधार’ करार दिया और इसके जवाब में ब्रिटेन के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी भी दी है।