हमास शासित गाजा पट्टी में इस सप्ताह लड़ाई के दौरान भारतीय मूल के एक इजराइली सैनिक की मौत हो गई। भारतीय यहूदी समुदाय के सदस्यों ने यह जानकारी दी। भारतीय यहूदी समुदाय के लोगों ने बताया कि अशदोद के रहने वाले मास्टर सार्जेंट.(रेज.) गिल डेनियल की मंगलवार को गाजा में हत्या कर दी गई और जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार बुधवार को उनके गृहनगर में सैन्य कब्रिस्तान में किया गया। इजराइल के सुरक्षा बलों ने इस बात की पुष्टि की कि गाजा पट्टी में लड़ाई के दौरान मारे गए दो सैनिकों में गिल डेनियल भी शामिल थे।
भारतीय यहूदी विरासत केंद्र ने कहा, ‘‘इस वीभत्स और क्रूर युद्ध में इजराइल ने अपने कई सैनिक खो दिए हैं। इस युद्ध में इजराइल ने राष्ट्र के सम्मान के लिए लड़ने वाले अपने कई सबसे अच्छे बेटे और बेटियों को खो दिया है। आज, हम एक और आईडीएफ (इजराइल रक्षा बल) सैनिक मास्टर सार्जेंट (रेज.) गिल डेनियल (34)की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हैं। वह योएल और माजल के पुत्र थे। ’’ बेने इजराइल समुदाय के सदस्य गिल डेनियल का का ताल्लुक भारत के महाराष्ट्र से है। आईडीएफ द्वारा गाजा में अपना जमीनी अभियान शुरू करने के बाद से लड़ाई में लगभग 86 इजराइली सैनिक मारे गए हैं।
भारतीय मूल के 4 इजरायली सैनिकों की मौत
सात अक्टूबर से लेकर अब तक कम से कम भारतीय मूल के चार इजराइली सैनिकों के मारे जाने की जानकारी है। इस बीच, गाजा पट्टी के दूसरे सबसे बड़े शहर रफाह के केंद्र में बुधवार को इजराइली सैनिकों ने हमास के आतंकवादियों को निशाना बनाकर हमले किए। इजराइली सेना ने यह जानकारी दी। इजराइल के जमीनी हमलों ने हजारों फलस्तीनियों को क्षेत्र के सबसे दक्षिणी छोर की ओर जाने के लिए मजबूर कर दिया है और सहायता समूहों को भोजन, पानी और अन्य आपूर्ति पहुंचाने से रोक दिया है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार समूहों ने दावा किया है कि लगभग दो महीने पहले दक्षिण लेबनान में इजराइल की ओर से किए गए दो हमले स्पष्ट रूप से जानबूझकर किए गए थे और यह नागरिकों पर सीधा हमला था। इन हमलों में ब्रिटेन की समाचार एजेंसी रॉयटर्स के वीडियोग्राफर की मौत हो गई थी और छह अन्य पत्रकार घायल हो गए थे। एमनेस्टी इंटरनेशनल और मानवाधिकार निगरानी समूह ने कहा कि इजराइल के इन हमलों की युद्ध अपराध के रूप में जांच की जानी चाहिए। (भाषा)