अश्गाबात: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को कहा कि भारत और तुर्कमेनिस्तान शांतिपूर्ण, सुरक्षित और स्थिर अफगानिस्तान का मजबूती से समर्थन करते हैं तथा युद्ध की वजह से तबाह इस देश की संप्रभुता, एकता और क्षेत्रीय अखंडता पर जोर देते हैं। राष्ट्रपति कोविंद ने यहां स्थित प्रतिष्ठित 'इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस' के विद्यार्थियों को शनिवार को संबोधित करते हुए कहा कि अफगानिस्तान का पड़ोसी होने के नाते दोनों देश काबुल के घटनाक्रम को लेकर स्वाभाविक रूप से चिंतित हैं। उन्होंने कहा, 'हम शांतिपूर्ण, सुरक्षित और स्थिर अफगानिस्तान का मजबूती से समर्थन करते हैं और उसकी संप्रभुता, एकता तथा क्षेत्रीय अखंडता पर जोर देते हैं।'
आगे राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, 'हम अफगानिस्तान के मुद्दे पर विस्तृत क्षेत्रीय सहमति साझा करते हैं जिसमें वास्तविक प्रतिनिधित्व वाली और समावेशी सरकार का गठन, आतंकवाद और मादक पदार्थ तस्करी से निपटना, संयुक्त राष्ट्र की मुख्य भूमिका, अफगानिस्तान के लोगों को तत्काल मानवीय सहायता मुहैया कराना और अफगानिस्तान की महिलाओं, बच्चों और अन्य राष्ट्रीय नस्ली समूहों एवं अल्पसंख्यकों के अधिकारों को सुरक्षित करना शामिल है।' इस मौके पर कोविंद ने संस्थान में 'इंडिया कॉर्नर' का उद्घाटन किया। इसके अलावा, राष्ट्रपति ने भारत और तुर्कमेनिस्तान के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 30 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक डाक टिकट भी जारी किया।
कोविंद के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा गया कि राष्ट्रपति ने रविवार को अश्गाबात में 'मैग्टीमगुली नेशनल म्यूजिकल ड्रामा थिएटर' में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी शिरकत की। उनके आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इस कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें भी साझा की गईं। इसके बाद राष्ट्रपति ने तुर्कमेनिस्तान के अश्गाबात में 'इंटरनेशनल अखाल-टेके इक्वेस्ट्रियन कॉम्प्लेक्स' में एक 'हॉर्स शो' देखा। राष्ट्रपति कोविंद तुर्कमेनिस्तान की तीन दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को यहां पहुंचे थे। यह स्वतंत्र तुर्कमेनिस्तान में भारत के किसी राष्ट्रपति की पहली यात्रा है। गौरतलब है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के लिए तय 31 अगस्त 2021 की तारीख से दो सप्ताह पहले ही तालिबान ने 15 अगस्त 2021 को वहां की सत्ता पर कब्जा कर लिया था। इनपुट-भाषा