ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर अब्दुल्लाहियन ने शनिवार को इजराइल से गाजा पर अपने हमले रोकने का आह्वान किया। इसके साथ ही उन्होंने कड़ी चेतावनी देते कहाकि अगर हिजबुल्लाह लड़ाई में शामिल हुआ तो युद्ध मध्य पूर्व के अन्य हिस्सों में फैल सकता है। साथ ही इससे इजराइल को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। इससे पहले हिजबुल्लाह संगठन भी इजरायल के खिलाफ युद्ध में हमास का साथ देने का ऐलान कर चुका है। हिजबुल्ला लेबनान क्षेत्र में इजरायली पोस्ट पर हमला भी कर चुका है। हालांकि इजरायल के जवाबी हमले में उसके 3 लड़ाके मारे गए थे।
इरान के विदेश मंत्री अब्दुल्लाहियन ने बेरूत में संवाददाताओं से कहा कि लेबनान का हिजबुल्लाह समूह युद्ध पर नजर बनाए हुए है और इजराइल को जल्द से जल्द गाजा पर अपने हमले बंद करने चाहिए। इजराइल हिजबुल्लाह को सबसे गंभीर आसन्न खतरा मानता है। अनुमान है कि हिजबुल्लाह के पास लगभग 150,000 रॉकेट और मिसाइलें हैं, जिनमें सटीक-निर्देशित मिसाइलें भी शामिल हैं जो इजराइल में कहीं भी मार कर सकती हैं। समूह में सीरिया के 12 साल के संघर्ष में भाग लेने वाले हजारों लड़ाकों के साथ विभिन्न प्रकार के सैन्य ड्रोन भी हैं। पिछले शनिवार को उग्रवादी फलस्तीनी समूह हमास के हमले के बाद इजराइल से लगी लेबनान की सीमा पर हिजबुल्लाह लड़ाके पूरी तरह से अलर्ट पर हैं।
ईरान ने कहा हिजबुल्लाह इजरायल में मचा सकता है तबाही
अब्दुल्लाहियन ने कहा कि उन्होंने हिजबुल्लाह नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह से मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें लेबनान में समूह की स्थितियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हिजबुल्लाह द्वारा प्रतिरोध में उठाया गया कोई भी कदम इजराइल में जबरदस्त तबाही मचाएगा। अब्दुल्लाहियन ने कहा, ‘‘मैं युद्ध अपराधियों और इस इकाई का समर्थन करने वालों को गाजा में नागरिकों के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए चेतावनी देना चाहता हूं, ताकि देर ना हो जाए क्योंकि कुछ घंटों में बहुत देर हो सकती है।’’
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने मध्य पूर्व में अन्य पक्षों को संघर्ष में शामिल न होने की चेतावनी दी है और क्षेत्र में अमेरिकी युद्धपोत भेजे हैं तथा इजराइल के लिए पूर्ण समर्थन का वचन दिया है। ईरान के विदेश मंत्री ने कहा कि वह पश्चिम एशिया में संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों से संपर्क करेंगे क्योंकि ‘‘अभी भी (युद्ध को समाप्त करने के लिए) पहल पर काम करने का अवसर है, लेकिन कल बहुत देर हो सकती है। (एपी)
यह भी पढ़ें
इजरायल-हमास संघर्ष से भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे में हो सकती है देरी, GTRI ने जताई आशंका