इजरायली सेना ने गाजा पर सबसे घातक हमाल किया है। इस हमले में हमास आतंकियों के भूमिगत ठिकाने, उनके युद्ध भंडारण केंद्र, लॉचिंग स्टेशन ध्वस्त हो गए हैं। इसके साथ ही 150 आतंकी मारे गए हैं। यह हमास के ऊपर इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आइडीएफ) का बड़ा हमला है। इजरायली सेना ने हमास आतंकियों के ठिकानों का सबसे पहले पता लगाया। इसके बाद उन्हें उड़ाने की योजना बनाई। हमास के ठिकानों ने इजरायल ने तबाड़तोड़ हवाई हमले किए। विध्वंसक मिसाइलों और फौलादी बमों ने हमास के अड्डों को तहस-नहस कर डाला। इन ठिकानों पर छुपे हमास के आतंकियों को बचने का कोई मौका नहीं मिला और सभी मिसाइल हमले में मारे गए।
इजरायल की सेना 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से ही गाजा पर कहर बनकर टूटी है। गाजा में अब इजरायल की थल सेना पिछले कई दिनों से जमीनी ऑपरेशन भी चला रही है। इस दौरान सेना आतंकियों का चुन-चुन कर सफाया करती जा रही है। अभी कई ठिकानों पर आतंकी छुपे हुए हैं। इजरायली सेना अपनी मजबूत तकनीकि के लिए दुनिया भर में मशहूर है और उन्हीं तकनीकियों का इस्तेमाल करके हमास आतंकियों के भूमिगत ठिकानों व लॉचिंग स्टेशनों का पता लगाकर उन्हें तबाह कर रही है। इससे हमास की कमर टूट चुकी है। हमले में गाजा की तमाम इमारतें, सड़कें, और दर्जनों पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हमास पर यह हमला इजरायल की 401वीं ब्रिगेड ने किया है। इस दौरान 150 आतंकवादियों का सफाया कर दिया गया है।
उत्तरी गाजा में हमास पर इजरायल का नियंत्रण
भारी संख्या में हमास आतंकियों का सफाया करने के बाद इजरायली सेना की टुकड़ी ने उत्तरी गाजा में हमास के आतंकवादियों के गढ़ों पर नियंत्रण हासिल कर लिया है। थल सेना अब इलाके में आसपास छुपे हुए आंतकियों के खिलाफ अभियान चला रही है। उनको भी सेना एक-एक करके निपटाती जा रही है। उधर बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा में हमास का पूरी तरह सफाया नहीं हो जाने तक इजरायली सेना को अभियान जारी रखने का निर्देश दिया है। इजरायली सेना के पलटवार में गाजा में अब तक करीब 11 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें 2000 से ज्यादा आतंकवादी भी शामिल हैं।
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