येरूसलमः इजरायल पर पहली बार यमन के हूतियों ने बड़ा हमला किया है। आज पहली बार हूतियों की मिसाइल सेंट्रल इजरायल में आकर गिरी। इस मिसाइल ने यमन से मध्य इजरायल तक 2,040 (1270 मील) की दूरी तय करने के लिए सिर्फ 11 मिनट और 30 सेकेंड का समय लिया। इससे इजरायली सेना और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी हैरान हैं। यमन के हूतियों की इस मिसाइल ने मध्य गाजा तक पहुंचकर साफ कर दिया है कि हूतिये इजरायल में कहीं भी हमला करने में सक्षम हैं।
प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हूतियों की इस हरकत के बाद भारी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि उत्तरी यमन को नियंत्रित करने वाले ईरान-हूतियों के गठबंधन को इज़रायल इसकी "भारी कीमत" वसूलेगा। वहीं हूतियों के सैन्य प्रवक्ता याह्या सारेया ने कहा कि समूह ने एक नई हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल से यह हमला किया है, जिसने केवल 11 मिनट 30 सेकेंड में 2,040 किमी (1270 मील) की दूरी तय की है। यह मिसाइल एक खुले क्षेत्र में इजरायल में गिरी। जहां पर भारी गड्ढा हो गया और आग लग गई। हालांकि निर्जन स्थान होने की वजह से यहां कोई नुकसान नहीं हुआ। बाद में इजरायल ने इसे हवा में ही खंडित हो जाने की बात कही।
खेतों और रेलवे स्टेशन के पास गिरे मिसाइल के टुकड़े
हूतियों की इस मिसाइल के टुकड़े इजरायल के एक रेलवे स्टेशन और खेतों के पास गिरे। हालांकि इससे किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बताया जा रहा है कि स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 6:35 बजे हमले से कुछ क्षण पहले तेल अवीव और पूरे मध्य इज़रायल में हवाई हमले होने की आशंका के सायरन बज गए थे। इससे स्थानीय निवासी सुरक्षित आश्रय की ओर भाग रहे थे। इसी दौरान जोर-जोर से धमाके सुनाई दिए। रॉयटर्स ने मध्य इज़रायल के एक खुले मैदान में धुआं उठता देखा।
नेतन्याहू ने कहा चुकानी होगी भारी कीमत
हूतियों के इस हमले के बाद एक साप्ताहिक कैबिनेट बैठक में पीएम नेतन्याहू ने कहा कि हूतियों को पता होना चाहिए था कि इज़रायल पर हमलों के लिए उनको "भारी कीमत" चुकानी होगी। बता दें कि नेतन्याहू ने जुलाई में तेल अवीव पर हमला करने वाले हूती ड्रोन के लिए यमन के खिलाफ इजरायल के जवाबी हवाई हमले का जिक्र करते हुए कहा, "जिस किसी को भी इसकी याद दिलाने की जरूरत है, उसे होदेदा बंदरगाह का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया जाता है।"
अक्टूबर में इज़रायल पर हमास के हमले के साथ गाजा युद्ध शुरू होने के बाद से हूतियों ने फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इज़रायल पर बार-बार मिसाइलें और ड्रोन दागे हैं। पहली बार हूतियों ने जुलाई में तेल अवीव पर हमला किया था। इसमें 1 व्यक्तिकी मौत हो गई थी और 4 घायल हुए थे। इजरायल ने जवाबी हमले में होदेदाह बंदरगाह के पास हूतियों के सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था और इस हमले में 6 लोग मारे गए थे, जबकि 80 घायल हुए थे। (रॉयटर्स)