Highlights
- UK में फिर हुआ हिंदुओं पर हमला
- मंदिर के बाहर 200 से ज्यादा लोगों ने लगाए 'अल्लाह हू अकबर' के नारे
- 'अपना मुस्लिम' नाम के संगठन ने जुटाई थी भीड़
इंग्लैंड के एक हिस्से में इन दिनों हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। पहले लेस्टर शहर में हिंदुओं को निशाना बनाया गया अब इंग्लैंड के स्मेथविक में ऐसा ही देखने को मिला। यहां लगभग 200 से अधिक लोगों ने एक हिंदू मंदिर के बाहर प्रदर्शन किया और जमकर अल्लाह हू अकबर के नारे लगाए। यहां तक कि इन प्रदर्शनकारियों ने मंदिर में घुसने की भी कोशिश की, हालांकि, पुलिस नें उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। दरअसल पूरे इंग्लैंड में ये विवाद एशिया कप में हुए भारत पाकिस्तान के मैच के बाद शुरू हुआ।
अल्लाह हू अकबर के लगा रहे थे नारे
इंग्लैंड में मचे इस पूरे हाई वोल्टेज हंगामे का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे स्पॉन लेन में स्थित दुर्गा भवन हिंदू सेंटर के बाहर कई लोग इकट्ठा हो गए हैं और जम कर हंगामा कर रहे हैं। हंगामा कर रहे लोग मंदिर के बाहर जम कर अल्लाह हू अकबर के नारे भी लगा रहे हैं। यहां तक की ये लोग मंदिर में जबरन घुसने की भी कोशिश करते दिखे।
'अपना मुस्लिम' नाम के संगठन ने जुटाई थी भीड़
वहां की मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक इस पूरे विरोध प्रदर्शन का इंतजाम 'अपना मुस्लिम' नाम के एक संगठन ने किया था। इसी संगठन के सोशल मीडिया अकाउंट से मंगलवार को दुर्गा भवन मंदिर के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन का आव्हान किया गया था।
हिंदू और मुस्लिम समुदाय ने सद्भावना की अपील की
ब्रिटेन के पूर्वी इंग्लैंड के शहर लीसेस्टर में दंगों के बाद हिंदू और मुसलमान समुदाय के नेताओं ने मंगलवार को एक साथ सद्भावना की अपील की है। वहीं पुलिस ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद हुई हिंसक झड़पों के सिलसिले में अब तक 47 लोगों को गिरफ्तार किया है। शहर के इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष प्रद्युमन दास ने नगर की एक मस्जिद के बाहर मुस्लिम समुदाय के नेताओं के साथ एक बयान पढ़ा, जिसमें वीकेंड पर हुई हिंसा पर ‘दुख’ जताया गया है। समुदाय के नेताओं ने मांग की है कि 'घृणा भड़काने वाले' लीसेस्टर को छोड़ दें और उकसाने की कार्रवाई और हिंसा को तत्काल बंद किया जाए।
बयान में कहा गया है, 'हमारे बीच द्वेष बोने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए हमारा संदेश साफ है- हम आपको कामयाब नहीं होने देंगे। हम सभी से मस्जिदों और मंदिरों समेत धार्मिक स्थलों की समान रूप से पवित्रता का सम्मान करने को कहते हैं।' बयान के मुताबिक, उकसावे की हरकतें बंद की जाएं, चाहे वे तेज आवाज में संगीत बजाना हो, झंडे लगाना हो, अपमानजक नारे लगाना हो या हमले करना हो। उसमें कहा गया है, 'यह स्वीकार्य नहीं है, न ही हमारे धर्म यह कहते हैं।' बयान में कहा गया है, 'हम एक मजबूत परिवार हैं, जो भी चिंता है, उसे हल करने के लिए हम मिलकर काम करेंगे। हमें शहर में बाहर से आए लोगों की मदद की जरूरत नहीं है। लीसेस्टर में ऐसी विदेशी चरमपंथी विचारधारा के लिए कोई जगह नहीं है, जो विभाजन पैदा करती हो।'