ओटावा: भारत द्वारा नामित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हुई हत्या का एक वीडियो फुटेज सामने आया है, जिसमें निज्जर को हथियारबंद लोगों द्वारा गोली मारते हुए दिखाया गया है। कनाडा स्थिति सीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इसे 'कॉन्ट्रैक्ट किलिंग' बताया गया है।
क्या है पूरा मामला?
कनाडा स्थित सीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत द्वारा नामित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का कथित वीडियो फुटेज सामने आया है। इस वीडियो में कुछ हथियारबंद लोग निज्जर पर गोलियां बरसाते हुए दिख रहे हैं।
सीबीसी न्यूज ने इसे'कॉन्ट्रैक्ट किलिंग' कहा है।
सीबीसी न्यूज का कहना है कि उसने ये वीडियो द फिफ्थ एस्टेट से प्राप्त किया है और इसे एक से ज्यादा स्रोतों द्वारा स्वतंत्र रूप से सत्यापित किया गया है। इस हमले को कोआर्डिनेटेड हमला बताया गया है, जिसमें 6 आदमी और 2 वाहन शामिल थे। वीडियो में निज्जर को गुरुद्वारे की पार्किंग से निकलते हुए दिखाया गया है। जैसे ही वह बाहर निकलने के करीब पहुंचता है, एक सफेद सेडान उसके सामने आ जाती है, जिससे उसका ट्रक रुक जाता है। सीबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, दो लोग दौड़ते हैं और चांदी की टोयोटा कैमरी में भागने से पहले निज्जर को गोली मार देते हैं।
दो गवाह, जो घटना के समय पास के एक मैदान में फुटबॉल खेल रहे थे, ने खुलासा किया कि वे उस जगह की ओर भागे जहां से गोलियों की आवाज सुनी गई थी और उन्होंने हमलावरों का पीछा करने की भी कोशिश की। एक प्रत्यक्षदर्शी भूपिंदरजीत सिंह सिद्धू ने द फिफ्थ एस्टेट को बताया, "हमने उन दो लोगों को भागते हुए देखा।" "हम उस ओर भागने लगे...जिधर से आवाज़ आ रही थी।" सिद्धू ने अपने दोस्त मलकीत सिंह से कहा कि वह पैदल चल रहे दो लोगों का पीछा करे, जबकि वह निज्जर की मदद करने की कोशिश कर रहा था।
कब हुई थी ये हत्या?
खालिस्तानी आतंकी निज्जर को साल 2020 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा आतंकवादी नामित किया गया था। 18 जून, 2023 की शाम को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे से बाहर निकलते ही निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।बीते साल सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की धरती पर निज्जर की हत्या में भारत के शामिल होने के आरोप लगाए थे।
हालांकि, भारत ने आरोपों को "बेतुका और प्रेरित" बताते हुए खारिज कर दिया था। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, कनाडा इस हत्या पर अपने दावे को साबित करने के लिए कोई सबूत पेश नहीं कर पाया है। (इनपुट-ANI)