अब इजरायल ने कड़ा रूख अपना लिया है और वो अब पीछे मुड़कर देखने वाला नहीं है। हमास-हिजबुल्लाह के बाद अब इजरायली सेना ने हूतियों पर भी हमला कर दिया है। कहा जा रहा है कि इजरायल अब अपने बड़े दुश्मनों पर एक-एक कर वार कर रहा है। हिजबुल्लाह, हमास और अब यमन के हूती विद्रोहियों के खिलाफ वह एक साथ लड़ रहा है। इन सभी विद्रोहियों पर इजरायल की आक्रामक कार्रवाई जारी है।हिजबुल्लाह के बाद इजरायल ने यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर भी बड़ा एयरस्ट्राइक किया है।
इज़राइल ने रविवार को यमन में हूती ठिकानों पर हमले शुरू किए क्योंकि देश के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने घोषणा की कि उनकी सेना के लिए "कोई भी जगह बहुत दूर नहीं है"। इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) के एक बयान के अनुसार, हवाई हमलों में लड़ाकू विमानों, बिजली संयंत्रों और यमन में रास इस्सा और होदेइदाह बंदरगाहों पर एक समुद्री बंदरगाह सहित दर्जनों विमानों को निशाना बनाया गया।
पहले हूतियों ने किया था हमला
रविवार शाम को इजराइली सेना ने कहा कि इजरायल पर हाल ही में हुए हमले के जवाब में दर्जनों विमानों ने यमन में हूतियों के ठिकानों पर हमले किए हैं। सेना ने यमन के होदेदा शहर में बिजली संयंत्रों और समुद्री बंदरगाहों को निशाना बनाया है। बता दें कि हूतियों ने शनिवार को बेन गुरियन हवाई अड्डे पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया था। हूतियों का यह हमला तब हुआ था जब इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू वहां पहुंच रहे थे। अब इजरायल ने इसका करारा जवाब दिया है।
कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि यमन के हूती विद्रोहियों ने तेल अवीव के पास बेन गुरियन एयरपोर्ट पर मिसाइल अटैक किया है। ग्रुप के अल-मसीरा टीवी पर शनिवार को प्रसारित एक बयान में, ग्रुप के सैन्य प्रवक्ता याह्या सारेया ने यह ऐलान किया था और कहा था कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आगमन पर बेन गुरियन एयरपोर्ट पर एक 'बैलिस्टिक मिसाइल' दागी गई। बता दें कि बेंजामन नेतन्याहू शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करने के बाद शनिवार को वापस देश लौट आए थे।