सैन फ्रांसिस्को: सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में धरती भूकंप के झंटकों से कांप उठी। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.7 मापी गई है। लोगों ने बताया कि भूकंप का झटका महसूस हुआ। हालांकि भूकंप की तीव्रता कम थी। फिलहाल किसी के घायल होने या संपत्ति को कोई बड़ा नुकसान होने की तत्काल कोई सूचना नहीं है।
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा कि भूकंप का पता शुक्रवार सुबह 7:02 बजे सैन फ्रांसिस्को से उत्तर-पश्चिम में लगभग 3 मील (4.8 किलोमीटर) की दूरी पर 12 मील (19 किलोमीटर) की गहराई पर लगा। लोगों ने बताया कि उन्हें एक तेज झटका महसूस किया और उनकी नींद खुल गई।
क्यों आता है भूकंप
ये सवाल उठना लाजिमी है कि आखिल भूकंप क्यों आता है? दरअसल, धरती की मोटी परत जिसे क्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है, वह अपनी जगह से खिसकती रहती है। ये प्लेट्स अमूमन हर साल करीब 4-5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं। ये क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर , दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इस क्रम में कभी कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। इस दौरान कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा जाती हैं। ऐसे में ही भूकंप आता है और धरती हिल जाती है। ये प्लेटें सतह से करीब 30-50 किमी तक नीचे हैं।
कैसे करें बचाव?
भूकंप के तेज झटकों से इमारतें धाराशायी हो जाती हैं। अगर अचानक भूकंप आ जाए तो घर से बाहर खुले में निकल जाएं। यदि आप घर में फंस गए हों तो बेड या मजबूत टेबल के नीचे छिप जाएं। घर के कोनों में खड़े होकर भी खुद को बचा सकते हैं। भूकंप आने पर लिफ्ट का प्रयोग बिल्कुल न करें। खुले स्थान में जाएं, पेड़ व बिजली की लाइनों से दूर रहें। इसके अलावे भूकंप रोधी मकान भी उतने ही जरूरी होते हैं। यह हालांकि बहुत महंगा नहीं होता, पर इसे लेकर लोगों में जागरूकता की कमी के कारण अक्सर लोग इसकी अनदेखी कर बैठते हैं।