
जोहांसबर्गः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच गत वर्ष हुई द्विपक्षीय वार्ता के बाद भारत और चीन के रिश्ते फिर से पटरी पर आने लगे हैं। दक्षिण अफ्रीका के जोहांसबर्ग में चल रहे विदेश मंत्रियों के जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों देशों में और करीबी महसूस की गई। चीन के विदेशमंत्री वांग यी ने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से द्विपक्षीय वार्ता की है। विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने दक्षिण अफ्रीका में अपनी बैठक के एलएसी को लेकर अहम वार्ता की। इस दौरान चीन-भारत संबंधों में प्रगति, सीमा क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने तथा कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तस्वीरों को शेयर किया है। हालांकि उन्होंने भी वार्ता के बिंदुओं का कोई खुलासा नहीं किया है। मगर सूत्रों के अनुसार भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर विवादित बिंदुओं के समाधान और दोनों देशों के बीच व्यापार के संबंध में बातचीत होने की बात कही जा रही है। भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की यह मुलाकात दर्शाती है कि दोनों देशों के बीच जून 2020 से चल रहा तनाव अब काफी हद तक कम हुआ है।
30 मिनट तक चली बैठक
विविदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेसवार्ता के दौरान एक सवाल के जवाब में बताया कि जयशंकर और वांग के बीच यह बैठक करीब 30 मिनट तक चली। उन्होंने कहा, ‘‘दोनों मंत्रियों ने नवंबर में अपनी पिछली बैठक के बाद से हमारे द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की। सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने, कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली, उड़ान कनेक्टिविटी और यात्रा की सुगमता पर चर्चा की गई।’’ जयशंकर जी-20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका की दो दिवसीय यात्रा पर जोहांस में हैं। एस जयशंकर ने पोस्ट में लिखा,, "जोहान्सबर्ग में जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर आज सुबह सीपीसी पोलित ब्यूरो सदस्य और चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मिलने का अवसर मिला।"