दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में इस वक्त ब्रिक्स देशों का 15वां शिखर सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के अलावा कई अन्य देशों के प्रमुख भी इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। ऐसे में सम्मेलन के बीच में ही एक अजीब वाकया देखने को मिला जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ठीक पीछे से उनके अधिकारी को खींचकर बाहर कर दिया गया। जानिए क्या है पूरा मामला...
आखिर हुआ क्या?
ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होने के लिए शी जिनपिंग कन्वेंशन सेंटर के अंदर रेड कार्पेट से गए। जिनपिंग के पीछे-पीछे उनके एक अधिकारी ने भी रेड कार्पेट की ओर जाना चाहा। हालांकि, गेट पर खड़े गार्ड्स ने अधिकारी को तुरंत खींचकर वहां से पीछे हटा दिया। गार्ड्स ने इस दौरान तुरंत ही दरवाजे को भी बंद कर दिया। शी जिनपिंग ने कई बार पीछे मुड़कर तो देखा लेकिन उन्हें शायद मामला कुछ समझ नहीं आया।
ब्रिक्स का हुआ विस्तार
जोहान्सबर्ग हो रहे सम्मेलन में ब्रिक्स का विस्तार किया गया है। अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को संगठन में नए सदस्य के रूप में शामिल किया गया है। 1 जनवरी 2024 से ये सभी देश औपचारिक रूप से ब्रिक्स के सदस्य बन जाएंगे। पीएम मोदी ने इस दौरान UNSC पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी वैश्विक संस्थानों को बदलते दौर में खुद को बदलने की जरूरत है।
पीएम ने उठाया एलएसी का मुद्दा
पीएम मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन में शी जिनपिंग से एलएसी पर विवाद को लेकर भी बात की। उन्होंने भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने के लिए LAC के सम्मान को आवश्यक बताया। दोनों देशों के नेताओं ने एलएसी पर तनाव कम करने को लेकर आपस में बातचीत की।
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