Highlights
- ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो रूस-यूक्रेन युद्ध पर बोले
- बोल्सोनारो ने कहा कि वह जानते हैं लड़ाई कैसे रूकेगी
- व्लोदिमीर जेलेंस्की के साथ अगले हफ्ते मीटिंग करेंगे बोल्सोनारो
Bolsonaro on Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच बीते करीब पांच महीने से लड़ाई हो रही है। रूस ने इस देश पर 24 फरवरी के दिन पहला हमला किया था, जिसे उसने विशेष सैन्य अभियान बताया। लेकिन हालात अब तक काबू में नहीं आए हैं। पश्चिमी देशों की तमाम पहल और खुद यूक्रेन की कोशिशें पूरी तरह फेल हो गई हैं। रूस किसी भी कीमत पर रुकने को तैयार नहीं है। जिसके चलते इस जंग में अभी तक हजारों की संख्या में लोगों की मौत हो गई है। जिनमें आम नागरिक और सैनिक दोनों ही शामिल हैं। अब ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने इस मामले में एक बड़ा दावा किया है। जिसने सभी को हैरान कर दिया है।
बोल्सोनारो का कहना है कि वह जानते हैं कि रूस और यूक्रेन की लड़ाई कैसे थमेगी। क्योंकि इस जंग का असर न केवल इसे लड़ रहे देशों पर पड़ रहा है, बल्कि पूरी दुनिया भी इससे प्रभावित हो रही है। दुनियाभर में तेल के दाम में इजाफा देखने को मिला है, वैश्विक अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है और खाने के दाम बढ़ गए हैं (ukraine vs russia ukraine news)। युद्ध की वजह से पूर्वी यूरोप में मानवीय संकट गहरा रहा है। अभी तक सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है, जबकि लाखों लोग सुरक्षित इलाकों की ओर चले गए हैं। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने दोनों देशों से मुद्दा सुलझाने के लिए कूटनीतिक तरीका निकालने को कहा है। लेकिन अब बोल्सोनारो ने कहा है कि वह जानते हैं, ये जंग कैसे थमेगी।
व्लोदिमीर जेलेंस्की को ही देंगे सलाह
बोल्सोनारो ने गुरुवार को कहा कि वह अपनी तरफ से यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की को सलाह देंगे। दोनों नेताओं के बीच अगले हफ्ते फोन के जरिए मीटिंग होगी। उन्होंने पूर्वोत्तर के राज्य मारनहाओ की यात्रा के दौरान पत्रकारों से कहा, 'मैं उन्हें अपनी राय बताऊंगा, कि मैं क्या सोचता हूं (russia ukraine conflict summary 2022)। इसका हल। मुझे पता है ये मामला कैसे सुलझेगा। लेकिन मैं किसी को नहीं बताऊंगा। इस मामले में हल वही होगा जैसे 1982 में अर्जेंटीना के साथ ब्रिटेन का युद्ध खत्म हुआ था।' हालांकि बोल्सोनारो ने इसके बाद और अधिक जानकारी साझा नहीं की।
1982 में क्यों हुआ था युद्ध?
बोल्सोनारो ने जिस युद्ध का जिक्र किया है, वह छोटी सी लड़ाई थी, जो 1982 में हुई थी। यह दक्षिण अटलांटिक में फॉकलैंड द्वीप समूह की संप्रभुता पर लड़ा गया था, जिसे अर्जेंटीना में माल्विनास के रूप में जाना जाता है। इस युद्ध की शुरुआत अप्रैल 1982 में हुई थी। जब अर्जेंटीना की सेना ब्रिटेन के कब्जे वाले द्वीपों पर आ गई थी। ब्रिटेन ने इन द्वीपों को वापस लेने के लिए अपनी नौसेना भेजी थी। बाद में अर्जेंटीना के दो महीने बाद ही सरेंडर कर दिया था। इस युद्ध से जुड़ी ताजा खबर ये है कि यूक्रेन के विनित्सिया शहर में गुरुवार को रूस के मिसाइल हमले में 12 लोगों की मौत हो गई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमीर जेलेंस्की ने असैन्य आबादी वाले क्षेत्र में इस हमले को ‘आतंकी कार्रवाई’ बताया है।
50 के करीब कार हुईं खाक
यूक्रेन की राष्ट्रीय पुलिस ने कहा कि राजधानी कीव के दक्षिण-पश्चिम में स्थित शहर विनित्सिया में तीन मिसाइल ने एक कार्यालय की इमारत को निशाना बनाया और आसपास के आवासीय भवनों को क्षतिग्रस्त कर दिया। मिसाइल हमले से आग लग गई, जिससे पास के पार्किंग स्थल में 50 कार खाक हो गईं। जेलेंस्की ने कहा कि मृतकों में एक बच्चा भी शामिल है (russia ukraine war latest news today)। उन्होंने कहा कि हमला जानबूझकर नागरिकों को आतंकित करने के उद्देश्य से किया गया। जेलेंस्की ने टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर लिखा, ‘हर दिन रूस असैन्य इलाकों पर बमबारी कर रहा है, बच्चों को मार रहा है, नागरिक केंद्रों पर मिसाइल दाग रहा है, जहां कोई सैन्य परिसर नहीं है। यह आतंकवाद का खुला कृत्य नहीं तो क्या है?’ विनित्सिया पर हमले के पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने पिछले दिनों रूसी सैनिकों के हमलों में पांच नागरिकों की मौत और आठ अन्य के घायल होने की बात कही थी।