मध्य अफ्रीकी देश कांगो की किवु झील में गुरुवार को एक नाव पलटने से कम से कम 78 लोगों की मौत हो गई। दक्षिण किवु प्रांत के गवर्नर जीन-जैक्स पुरुसी ने बताया कि नाव पर 278 लोग सवार थे। उन्होंने कहा कि कम से कम 78 लोगों की मौत हो गई और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। इससे पहले प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नाव पर क्षमता से अधिक यात्री सवार थे। देश के पूर्वी हिस्से में किटुकू बंदरगाह से कुछ मीटर की दूरी पर नाव डूब गई। नाव अपने इसी बंदरगाह पर पहुंचना था, लेकिन अपने गंतव्य तक पहुंचने से कुछ सौ मीटर पहले ही नाव डूब गई।
हादसे का शिकार हुई नाव दक्षिण किवु प्रांत के मिनोवा से उत्तर किवु प्रांत के गोमा जा रही थी। गोमा के किनारे पहुंचने पर नाव हादसे का शिकार हो गई और डूब गई। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें नाव पहले एक तरफ झुकती है फिर डूब जाती है।
पहले भी होते रहे हैं हादसे
इससे पहले जून में कांगो की राजधानी किंशासा के पास एक नाव डूबने से 80 यात्रियों की जान चली गई थी। जनवरी में माई-नडोम्बे झील में नाव डूबने से 22 लोगों की मौत हो गई थी। कांगो में ऐसी घटनाएं काफी आम हैं। यहां नाव में क्षमता से ज्यादा लोग और सामान भरा जाता है। वहीं, यात्रियों को लाइफ जैकेट भी नहीं दी जाती। ऐसे में लहर उठने पर नाव पलट जाती है। इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन मुश्किल होता है। इस हादसे में भी ऐसा ही हुआ। नाव में क्षमता से ज्यादा सामान था। पहले पानी शांत था, लेकिन बाद में लहरें चलने लगीं और नाव डूब गई। हादसे में सुरक्षित बचने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि पहले सब शांत था फिर लहरें चलने लगी और बोट झुक गई। ऐसे में ऊपर सवार लोग पानी में कूदने लगे और धीरे-धीरे पूरी बोट डूब गई। एक अधिकारी ने कहा कि मौत का सही आंकड़ा पता करने में कम से कम तीन दिन लग सकते हैं।
(इनपुट- पीटीआई भाषा)