सूडान में तख्तापलट के बाद भी खूनी संघर्ष रुका नहीं है। यहां अब भी सूडान की सेना और अर्धसैनिक बलों में खूनी संघर्ष चल रहा है। देश पर नियंत्रण के लिए सूडान की सेना और अर्द्धसैनिक बल के बीच लगातार जारी संघर्ष का दौर जारी है। इस बीच राजधानी खार्तूम के दक्षिणी हिस्से में एक बाजार में रविवार को हुए ड्रोन हमले में कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई। कार्यकर्ताओं और चिकित्साकर्मियों ने यह जानकारी दी। ‘रेसिस्टेंट कमेटिज के नाम से जाने जाने वाले एक कार्यकर्ता समूह और बशीर विश्वविद्यालय अस्पताल में काम करने वाले दो स्वास्थ्य कर्मियों के अनुसार, खार्तूम के ‘मे’ इलाके में हुए हमले में कम से कम तीन दर्जन लोग घायल भी हुए हैं।
कार्यकर्ता समूह द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए फुटेज में अस्पताल के खुले प्रांगण में सफेद चादर में लिपटे शवों को देखा जा सकता है। हालांकि, तत्काल यह स्पष्ट नहीं हो सका कि रविवार के हमले के पीछे कौन-सा पक्ष था। सूडान में अप्रैल के मध्य से ही हिंसा जारी है। वहां जनरल अब्देल फतह बुरहान के नेतृत्व वाली देश की सेना और जनरल मोहम्मद हमदान डागालो की कमान वाले अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के बीच का तनाव अप्रैल में लड़ाई में बदल गया। उसके बाद से देश के कई हिस्सों में संघर्ष फैल गया है और खार्तूम एक शहरी युद्धक्षेत्र बन गया है।
सभी देश अपने नागरिकों को ला चुके हैं वापस
भारत समेत अन्य सभी देश सूडान में संघर्ष को देखते हुए कई महीने पहले ही अपने लोगों की स्वदेश वापसी करा चुके हैं। बीच में संघर्ष का दौर एक समझौते के बाद थमा था, मगर फिर से सूडान की सेना और अर्धसैनिक बलों में युद्ध शुरू हो गया है। इससे आम नागरिकों को अपनी जान गवांनी पड़ रही है। अभी तक सूडान की राजधानी खार्तूम में हुए ड्रोन हमले की किसी पक्ष ने जिम्मेदारी नहीं ली है। (एपी)
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