तेल अवीवः ईरान से बदला लेने से पहले इजरायल ने पूरी दुनिया को बड़ा संदेश दिया है। इजरायल ने दुनिया से कहा है कि "ईरान को रोकिये, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए"। बता दें कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के हमले का बदला लेने की बात कही है, लेकिन वह इसके लिए खुद को दोषी नहीं ठहराना चाहते। नेतन्याहू इस बदले के लिए ईरान की कार्रवाई और दुनिया की चुप्पी को जिम्मेदार ठहराना चाहते हैं। इसीलिए इजरायल बार-बार दुनिया को इस बात का एहसास करा रहा है कि ईरान को रोकिये, नहीं तो बहुत देर हो जाएगी। यानि तब इजरायल बदले की कार्रवाई करेगा तो उसका जिम्मेदार वह नहीं होगा, बल्कि इसके लिए ईरान और दुनिया के नीति निर्धारक देश जिम्मेवार होंगे।
इजरायल ने एक पोस्ट में कहा है कि 14 अप्रैल को ईरानी शासन ने इज़रायल पर 300 बैलिस्टिक मिसाइलें, यूएवी और क्रूज़ मिसाइलों से हमला किया था। इन ईरानी मिसाइलों की मारक क्षमता 3,000 किलोमीटर तक तक है, जो यूरोप तक पहुंच सकती है। इजरायल पर ईरानी शासन का हालिया हमला इस बात का एक पूर्वावलोकन मात्र है कि अगर दुनिया ने उन्हें नहीं रोका तो यूरोप क्या उम्मीद कर सकता है। इरान ने कहा कि इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, ईरान को रोकें।
ईरानी मिसाइलों की रैंज का दिया ब्यौरा
अपने एक अन्य पोस्ट में इजरायल ने ईरान द्वारा 14 अप्रैल को दागी गई सभी मिसाइलों की रैंज का ब्यौरा दिया है। इजरायल ने बताया है कि ईरान ने उस पर 300 मिसाइलें दागी थीं। इनमें से 170 यूएवी मिसाइलें थीं, जिनकी मारक क्षमता 2500 किलोमीटर तक है। 120 बैलिस्टिक मिसाइलें थीं, जिनकी मारक क्षमता 2000 किलोमीटर तक है। इसके अलावा 30 क्रूज मिसाइलें थीं। इनकी मारक क्षमता भी 2000 किलोमीटर तक है। ऐसे में समझ सकते हैं कि ईरान ने कितना बड़ा हमला इजरायल पर किया था। अगर इजरायल का एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिव नहीं होता तो तेल अवीव में बड़ी तबाही मच सकती थी। इजरायल ने इन ईरानी मिसाइलों में से 99 फीसदी को हवा में ही मारकर गिरा दिया। इससे बड़ा नुकसान होने से बच गया।