नई दिल्ली। तुर्की और सीरिया के विनाशकारी भूकंप में अब तक 21 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। सीरिया में इसी त्रासदी के दौरान एक गर्भवती मां मलबे के नीचे दबकर अपनी जान गवां बैठी। मगर वह इसी वक्त एक बच्ची को जन्म दे गई। यह नवजात भी मलबे में दबी थी। इस नवजात के माता-पिता और भाई-बहन भूकंप में मारे जा चुके हैं। यह बच्ची इस दुनिया में अब पूरी तरह अनाथ थी। सुरक्षाकर्मियों ने जब उसे देखा तो उसकी गर्भनाल मां से जुड़ी हुई थी। मां को मृत देखकर उसके गर्भनाल को अलग करके अस्पताल ले जाया गया। अब इस नवजात को "अया" नाम दिया गया है। यह एक अरबी शब्द है, जिसका अर्थ चमत्कार है। अया को अब अपने चाचा के घर में नया ठिकाना भी मिल गया है।
अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद गई चाचा के घर
अया को भी काफी गंभीर चोटें मलबे में दबे होने की वजह से आई थी, लेकिन वह सांस ले रही थी। यह देख राहत और बचाव दलों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां से स्वस्थ होने के बाद उसे छुट्टी दे दी गई है। इस बच्ची के माता-पिता और भाई-बहन 7.8 तीव्रता के भूकंप में मारे गए थे। अब इस नवजात का एक नया घर और एक नया नाम है। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उसे उसके बड़े-चाचा सलाह अल-बद्रन के घर ले जाया जाएगा। द एसोसिएटेड प्रेस (एपी) के अनुसार, भूकंप के दौरान सीरियाई शहर जेंडरिस में अल-बद्रान का घर भी नष्ट हो गया था। “भूकंप के बाद उनके घर या इमारत में कोई भी रहने तकी जगह नहीं है। यहां केवल 10 फीसदी इमारतें रहने के लिए सुरक्षित हैं और बाकी रहने लायक नहीं हैं।'
5 मंजिला अपार्टमेंट में मिली थी अया
नवजात अया को बचाव कर्मियों ने सोमवार दोपहर को पांच मंजिला अपार्टमेंट के मलबे से खुदाई के दौरान खोजा था, जहां उसका परिवार रहता था। जब उन्होंने उसे पाया तो बच्ची की गर्भनाल अभी भी उसकी माँ अफरा अबू हादिया से जुड़ी हुई थी। बच्ची को पास के कस्बे के अस्पताल में ले जाया गया। उसकी देखभाल कर रहे बाल रोग विशेषज्ञ हनी मारूफ ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया को बताया कि "वह सोमवार को काफी बुरी हालत में आई थी। उसे चोटें लगी थीं, काफी जख्म के निशान थे। वह ठंडी पड़ गई थी और मुश्किल से सांस ले रही थी।" जैसे ही उसे जिंदा पाया गया, वैसे अस्पताल लाया गया। इसके बाद बच्ची अया का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
दुनिया भर के लोग बच्ची को लेना चाहते हैं गोद
दुनिया भर में हजारों लोगों ने इस बच्ची को गोद लेने की पेशकश की है। हालांकि अया अब अनाथ नहीं है। संयुक्त राष्ट्र की बाल एजेंसीयूनिसेफ ने कहा कि यह उन बच्चों की निगरानी कर रही है जिनके माता-पिता लापता हैं या मारे गए हैं और उन्हें भोजन, कपड़े और दवा उपलब्ध करा रही है। इस बीच तुर्की में परिवार और सामाजिक सेवा मंत्रालय संभावित पालक परिवारों से आवेदन जमा करने की अपील कर रहा है। मंत्रालय के अधिकारी अनाथ बच्चों की जरूरतों का आकलन करने और उन्हें पंजीकृत पालक घरों में रखने की दिशा में काम कर रहे हैं।
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