ऑस्ट्रेलिया में एक के बाद एक लगातार मंदिरों पर हमले किए जा रहे हैं। इसको देखते हुए कुछ दिन पहले भारत सरकार ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद अब ऑस्ट्रेलिया एक्शन के मूड में है। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से कहा गया- "मैं विक्टोरिया में हिंदू मंदिरों में की गई तोड़फोड़ से गंभीर रूप से चिंतित हूं। ऑस्ट्रेलिया अभद्र भाषा या हिंसा को बर्दाश्त नहीं करता है। ऑस्ट्रेलियाई अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।''
भारत की संस्कृति को लेकर क्या कहा?
जैसा कि विदेश मंत्री ने पहले कहा है, "भारतीय प्रवासी हमारे जीवंत और लचीले बहुसांस्कृतिक समाज के लिए मूल्यवान और महत्वपूर्ण योगदानकर्ता हैं।" ऐसा कहा गया कि ऑस्ट्रेलिया विविधता और समावेश को महत्व देता है, शांतिपूर्ण विरोध में शामिल होने के लिए व्यक्तियों के अधिकार का सम्मान करता है, और विचारों की अहिंसक अभिव्यक्ति का समर्थन करता है। ऑस्ट्रेलियाई सरकार सामुदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए धार्मिक नेताओं के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगी।
भारत ने जताई थी आपत्ति
बता दें, ऑस्ट्रेलिया में एक के बाद एक लगातार मंदिरों पर हमले किए जा रहे हैं। सोमवार को भी एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई। यहीं नहीं दीवारों पर 'खालिस्तान जिंदाबाद' 'हिंदुस्तान मुर्दाबादा' जैसे नारे लिखे गए थे। इससे पहले भी कई बार मंदिरों में तोड़फोड़ की गई थी। जिसके बाद कुछ दिन पहले ही भारत ने मामले को लेकर ऑस्ट्रेलिया से जवाब मांगा था।