मेलबर्नः ऑस्ट्रेलिया ने 123 साल बाद एक ऐसा इतिहास रचा है, जिसकी पूरी दुनिया में चर्चा है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज अपने एक फैसले से पूरी दुनिया में वाहवाही बटोर रहे हैं। दरअसल आज ऑस्ट्रेलिया ने सैम मोस्टिन को अपना गवर्नर-जनरल नियुक्त किया है। ऑस्ट्रेलिया में गत 123 वर्षों के इतिहास में दूसरी बार किसी महिला को इस पद पर नियुक्त किया गया है। यह, वर्ष 2022 में महाराजा चार्ल्स तृतीय का कार्यकाल शुरू होने के बाद से इस तरह की पहली ऑस्ट्रेलियाई नियुक्ति है। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज की ‘लेबर पार्टी’ सरकार की ओर से भी यह पहली नियुक्ति है। ‘
लेबर पार्टी’ सरकार ब्रिटिश क्राउन के स्थान पर ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रपति को राष्ट्र प्रमुख के रूप में नियुक्त करना चाहती है। कारोबारी महिला और लैंगिक समानता की पक्षधर सैम मोस्टिन ने ऑस्ट्रेलिया की 28वीं गवर्नर-जनरल के रूप में शपथ ली। वर्ष 1901 के बाद से यह दूसरी बार है जब इस पद पर कोई महिला आसीन हुई है। वह 2005 में ऑस्ट्रेलियाई फुटबॉल लीग की पहली महिला कमिश्नर भी रह चुकी हैं। नयी भूमिका में अपने पहले भाषण में मोस्टीन ने ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला गवर्नर-जनरल क्वेंटिन ब्राइस को उद्धृत किया।
मोस्टिन ने कहा सभी की पहुंच में रहूंगी
मोस्टीन ने कहा, ‘‘मैं एक आशावादी, आज के दौर के साथ चलने वाली और सभी की पहुंच में रहने वाली गवर्नर-जनरल बनूंगी। मैं उस सेवा और योगदान के लिए प्रतिबद्ध रहूंगी जिसकी अपेक्षा ऑस्ट्रेलिया के सभी लोग करते हैं।’’ मोस्टीन ने कहा कि उन्होंने इस भूमिका के बारे में जानने के लिए उन सभी पांच पूर्व गवर्नर-जनरल से बातचीत की जो कि अभी जीवित हैं, जिनमें ब्राइस भी शामिल हैं। ब्राइस को लेबर पार्टी के प्रधानमंत्री की अनुशंसा पर महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा नियुक्त किया गया था और वे 2008 से 2014 तक इस पद पर रहीं। गवर्नर-जनरल वह पारंपरिक पद है जो कि ब्रिटिश काउन का प्रतिनिधित्व करता है जो कि देश का प्रमुख होता है। (एपी)
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