दुनिया के एक हिस्से में रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है, जिससे तमाम गंभीर परिणाम देखने को मिल रहे हैं। मगर अब एक और हिस्से में जंग के हालात दिखाई दे रहे हैं। ईरान के साथ जारी तनाव के बीच एक ड्रोन विमान ने ओमान के तट के पास इजरायल के एक अरबपति कारोबारी के तेल टैंकर को निशाना बनाया है। पश्चिम एशिया में तैनात एक रक्षा अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर अमेरिकी समाचार एजेंसी ‘एसोसिएटिड प्रेस’(एपी) को बताया कि लाइबेरिया का झंडा लगे तेल टैंकर ‘पेसिफिक जिरकॉन’ पर मंगलवार रात ओमान के अपतटीय क्षेत्र में हमला हुआ है।
तेल टैंकर का संचालन सिंगापुर स्थित ‘ईस्टर्न पेसिफिक शिपिंग’ करती है, जिसका मलिकाना हक इजरायल के अरबपति कारोबारी ईदान ओफर के पास है। ‘ईस्टर्न पेसिफिक शिपिंग’ ने एक बयान में कहा कि ‘पेसिफिक जिरकॉन’ ‘गैस आयल’ (ईंधन) ले जा रहा था और इस पर ओमान के तट से करीब 240 किलोमीटर दूर मिसाइल आकर गिरी। उसने कहा कि पोत पर तैनात कर्मियों से बात की गई है और किसी के घायल होने या प्रदूषण फैलने की कोई सूचना नहीं है। बयान के मुताबिक, चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं।
पोत को पहुंचा मामूली नुकसान
कंपनी ने कहा कि पोत को मामूली नुकसान पहुंचा है लेकिन न ईंधन का रिसाव हुआ है और न ही पानी पोत में घुसा है। इजरायल के एक अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि ऐसा लगता है कि हमला ईरान ने ‘शाहेद-136’ ड्रोन से किया है। अधिकारी ने कहा, “यह ईरानी हमला है और इजरायल के खुफिया और रक्षा समुदाय में इस बात को लेकर आम सहमति है।” ईरान की सरकार ने ‘पेसिफिक जिरकॉन’ पर हमले को स्वीकार नहीं किया है। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने टिप्पणी के अनुरोध पर तुरंत जवाब नहीं दिया है।
हमले की खबर फैलते ही तेल की कीमतें थोड़ी बढ़ गईं। मानक ब्रेंट कच्चे तेल का भाव 94 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुंच गया। किसी ने तुरंत हमले की जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन शक तुरंत ईरान पर गया। तेहरान और इजरायल पश्चिम एशिया में लंबे समय से छद्म युद्ध में उलझे हुए हैं।