यरूशलम: इजरायल से युद्ध में गाजा की जमीन गत 7 महीनों में बंजर बन चुकी है। अब यहां खंडहर हैं, सन्नाटा है और गोलियों और बमों की आवाजों की गूंज है। एक सुंदर सा शहर श्मशान बना है। मगर अभी गाजा की तबाही के दिन बाकी हैं। दरअसल इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हजारों फिलस्तीनियों को आश्रय देने वाले गाजा के एक अन्य शहर पर हमला बोलने का मंगलवार को संकल्प लिया है। इससे हमास ही नहीं, बल्कि फिलिस्तीन की आम जनता भी थर्रा उठी है।
नेतन्याहू ने कहा कि वह रफह को खल्लास कर देंगे। उन्होंने कहा कि इजरायल ‘समझौते के साथ या उसके बिना’ हमास की बटालियनों को तबाह करने के लिए रफह में प्रवेश करेगा। इसके बाद भी भीषण जंग होगी। इजरायल और हमास बंधकों को मुक्त कराने और लगभग सात महीने से चल रहे युद्ध में कुछ राहत लाने के लिए संघर्ष विराम समझौते पर बातचीत कर रहे हैं।
नेतन्याहू ने लिया जीत का संकल्प
नेतन्याहू ने शुरू से ही हमास का पूरा खात्मा नहीं होने तक चैन से नहीं बैठने की शपथ ली थी। यही वजह है कि वह युद्ध विराम के प्रयासों को बार-बार खारिज करते रहे हैं। दूसरी वजह हमास द्वारा इजरायली बंधकों को रिहा नहीं करना भी है। इससे नेतन्याहू का गुस्सा और भड़क गया है। अब उन्होंने युद्ध में ‘पूरी तरह जीत हासिल करने’ का संकल्प लिया है और उन पर रफह में हमला करने के लिए उनकी सरकार में शामिल ‘राष्ट्रवादी’ सहयोगियों का दबाव है। इजराइल का मानना है कि रफह शहर हमास का अंतिम बचा हुआ बड़ा गढ़ है। 30 अप्रैल (एपी)
यह भी पढ़ें
श्रीलंका के कांकेसंथुरई बंदरगाह पर भारत ने चल दिया ऐसा दांव कि चीन हुआ हैरान, जानें पूरा मामला
अफगानिस्तान में एक बंदूकधारी ने नमाज पढ़ रहे 6 लोगों की कर दी हत्या, शिया मस्जिद में घुसकर हमला