Egypt News: मुस्लिम देश मिस्र जिसे इजिप्ट भी कहा जाता है। इस देश में ऐसा खजाना पुरातत्विदों को हाथ लगा है जिसकी कीमत अरबों डॉलर में बताई जा रही है। मिस्र के मेडिटेरियन सी के तट पर डूबे एक मंदिर की जगह पर खजाने का खुलासा हुआ है। यूरोपियन इंस्टीट्यूट फॉर अंडरवाटर आर्कियोलॉजी (आईईएएसएम) ने एक प्रेस रिलीज जारी कर खजाने के बारे में ऐलान किया है। संगठन ने कहा कि फ्रांस के पुरातत्वविद् फ्रेंक गोडियो की अगुवाई में पानी के नीचे रिसर्चर्स की टीम ने अबूकिर की खाड़ी में बंदरगाह शहर थोनिस-हेराक्लिओन में भगवान अमुन के मंदिर की जगह पर खोज की है। गोडियो को समुद्र के नीचे खोज करने में महारत हासिल है।
जानिए खोज के दौरान क्या क्या मिला शोधकर्ताओं को?
आईईएएसएम की तरफ से बताया गया है कि टीम ने शहर की दक्षिणी नहर की जांच की थी। यहां प्राचीन टेंपल के पाषाण के विशाल खंड मौजूद थे। मंदिर दुर्भाग्यवश ईसा पूर्व दूसरी सदी में ढह गया था। प्रेस रिलीज में बताया गया कि भगवान अमून का टेंपल वही स्थान था, जहां फिरौन, इजिप्ट के प्राचीन देवताओं के सर्वोच्च देवता से उच्चतम राजा के तौर पर अपनी शक्ति को पाने के लिए आते थे। आईईएएसएम ने कहा है कि मंदिर के खजाने से जुड़ी बहुमूल्य वस्तुओं का पता लगाया गया है। इसमें चांदी के पूजा करने वाले उपकरण, सोने के गहने और इत्र या सुगंध के लिए नाजुक अलबास्टर कंटेनर शामिल है।
ईसा पूर्व पांचवी सदी की लकड़ी से बना है सामान
गॉडडियो की टीम और मिस्र के पर्यटन और पुरावशेष मंत्रालय के अंडरवाटर पुरातत्व विभाग द्वारा मिलकर की गई इस पुरातात्विक खुदाई में भूमिगत खुदाई का पता चला। संस्थान ने बताया है कि जो भी सामान मिला है है वह पांचवी शताब्दी ईसा पूर्व की उस लकड़ी से बना है। इसे काफी अच्छी तरह से संरक्षित करके रखा गया था। संगठन की ओर से कहा गया है कि ये खोज नई टेक्नोलॉजी की वजह से संभव हुईं है। इस टेक्नोलॉजी की मदद से कई मीटर मोटी मिट्टी की परतों के नीचे दबी हुई गुफाओं और वस्तुओं का पता लगाया जा सकता है। अमुन मंदिर के पूर्व में एफ्रोडाइट को समर्पित एक ग्रीक मंदिर भी मिला है जिसमें कांसे और चीनी मिट्टी की वस्तुएं थीं।
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