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5000 लोगों पर शोध के बाद अमेरिकी डॉक्टर का चौंकाने वाला दावा, मौत के बाद भी जीवन संभव; जानें आत्मा कहां जाती है?

मौत के बाद क्या होता है, शायद कोई नहीं जानता। मगर अमेरिकी डॉक्टर डॉ. जेफरी लॉन्ग ने करीब 5000 ऐसे लोगों पर गहन शोध किया जो मौत के निकट अनुभवों से गुजरे हैं। इस शोध के बाद जेफरी ने दावा किया कि मौत के बाद भी जीवन संभव है। जेफरी ने शोध के बाद बताया कि जब आत्मा शरीर से निकल जाती है तो क्या होता है?

Written By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Published : Aug 31, 2023 20:49 IST, Updated : Aug 31, 2023 20:49 IST
प्रतीकात्मक फोटो
Image Source : AP प्रतीकात्मक फोटो

एक अमेरिकी डॉक्टर ने मौत के निकट पहुंचे 5000 लोगों के अनुभवों पर शोध करके दुनिया कौ चौंकाने वाला दावा किया है। अमेरिकी डॉक्टर के अनुसार मौत के बाद भी निःसंदेह रूप से जीवन संभव है। इस अमेरिकी डॉक्टर ने 5,000 से अधिक मृत्यु-निकट अनुभवों (एनडीई) का अध्ययन  किया है। इसके बाद अब दावे में कहा है कि बिना किसी संदेह के मौत के बाद भी जीवन मौजूद है। अब आप भी यह सुनकर हैरत में पड़ गए होंगे। अधिकांश लोगों के लिए मौत दुनिया का सबसे गहरा और रहस्यम पहलू है। हममें से कई लोग यह भी सोचते रहते हैं कि मौत के बाद क्या होता है, लेकिन इस दिमाग घुमा देने वाले सवाल का कोई जवाब नहीं है।

हालाकि, अब अमेरिका में एक विकिरण ऑन्कोलॉजिस्ट ने 5,000 से अधिक निकट-मृत्यु अनुभवों का अध्ययन करने के बाद मौत के बाद भी जीवन होने का अजीबोगरीब दावा किया है। अमेरिकी डॉ. जेफरी लॉन्ग ने विशेष रूप से मौत के निकट के अनुभवों के प्रति आकर्षण के कारण ही 1998 में नियर-डेथ एक्सपीरियंस रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की। हाल ही में उन्होंने इनसाइडर में अपने अनुभवों के आधार पर एक निबंध प्रकाशित किया। उन्होंने एनडीई को इस प्रकार परिभाषित किया, ''कोई व्यक्ति जो या तो कोमा में है या चिकित्सकीय रूप से मृत है, उसके दिल की धड़कन नहीं है। मगर पास इस दौरान का स्पष्ट अनुभव है, उसके अनुसार वह मौत के बाद भी देखते हैं, सुनते हैं, भावनाओं को महसूस करते हैं और अन्य प्राणियों के साथ बातचीत करते हैं।''

वर्षों से जुटा रहे डेटा

डॉ. जेफरी लॉन्ग वर्षों से वह उन लोगों से कहानियां एकत्र कर रहे हैं, जिन्होंने एनडीई की रिपोर्ट की है यानि मौत के निकट के अनुभवों से गुजरे हैं। वह वैज्ञानिक रूप से ऐसे केस का विश्लेषण कर रहे हैं। बेशक, उन्होंने कई मामलों में पूर्वानुमानित क्रम में उभरती घटनाओं का पैटर्न लगभग एक समान देखा। मगर फिर भी हर कहानी अलग है। डॉ. जेफरी के अनुसार, एनडीई से पीड़ित लगभग 45% लोग शरीर से बाहर मौत के अनुभव की रिपोर्ट करते हैं। लॉन्ग ने बताया कि लोग दावा करते हैं कि 'उनकी चेतना उनके भौतिक शरीर से अलग हो जाती है और वह आमतौर पर ऊपर मंडराती है,' जिससे उन्हें यह देखने और सुनने की अनुमति मिलती है कि अपने आस-पास क्या हो रहा है।

शरीर से आत्मा निकलने के बाद क्या होता है

मौत के निकट अनुभवों से गुजरे सैकड़ों लोगों ने ''शरीर से बाहर के अनुभव को भी साझा किया है। लोगों के अनुसार जब उनके शरीर से आत्मा निकल जाती है तो वे दूसरे लोक में चले जाते हैं। कई लोग सुरंग से गुजरते हैं और तेज़ रोशनी का अनुभव करते हैं। फिर वहां उनका स्वागत मृत प्रियजनों द्वारा किया जाता है, जिनमें पालतू जानवर भी शामिल हैं, जो अपने जीवन के चरम पर हैं। अधिकांश लोग प्रेम और शांति की अत्यधिक भावना की रिपोर्ट करते हैं। लॉन्ग ने आगे कहा, ''उन्हें लगता है कि यह दूसरा क्षेत्र ही उनका असली घर है।'' उन्होंने आख्यानों का समर्थन करने के लिए गवाहों के बयान भी जोड़े। एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, ''एक महिला पगडंडी पर अपने घोड़े की सवारी करते समय बेहोश हो गई।

उसका शरीर रास्ते पर ही रुका रहा, जबकि उसकी चेतना उसके घोड़े के साथ चलती रही और वह सरपट दौड़ता हुआ वापस खलिहान की ओर चला गया। बाद में, वह महिला यह बताने में सक्षम थी कि खलिहान में क्या हुआ था, जबकि उसने अपना शरीर वहां नहीं होने के बावजूद इसे (सब घटनाओं को) देखा था। जिन अन्य लोगों ने उससे बात नहीं की थी, उन्होंने उसके मामले की पुष्टि की।''

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