साल 2023 का पहला सुपरमून है जिसे आप खुली आंखों से देख सकेंगे। रात में अबतक आसमान में चांद नहीं देखा तो देखिए जो हर दिन के मुकाबले आकार में बड़ा है और उसके रंग में भी अंतर दिख रहा होगा। साथ ही काफी चमकीला भी दिखाई दे रहा है। हालांकि सुपरमून को अगर बेहतरीन देखना है तो चांद को उगते हुए और डूबते हुए देखना ज्यादा अच्छा है। पूर्ण चंद्रमा यानी फुल मून को भारत में पूर्णिमा भी कहा जाता है और आज पूर्णिमा इसलिए भी खास है क्योंकि आज गुरु पूर्णिमा है।
जानते हैं चांद का हिरणों की सींग से भी है संबंध
जुलाई में नजर आने वाले फुल मून को 'बक मून' या 'थंडर मून' भी कहा जाता है। क्या आप जानते हैं कि चांद का हिरण की सींगों से गहरा संबंध है। इसकी वजह ये है कि जुलाई में आमतौर पर नर हिरणों के नए सींग निकल आते हैं इसलिए सुपरमून को बक मून कहते हैं। वहीं, अमेरिका में कुछ जगहों पर गर्मियों में नजर आने की वजह से इसे 'हॉट मून' भी कहते हैं।
अगस्त में दिखेंगे दो सुपरमून
पूरे साल में कुल 12 फुल मून नजर आते हैं लेकिन इस साल लोग 13 बार फुल मून देख सकेंगे। इस बार अगस्त में दो बार सुपरमून का नजारा दिखाई देगा। इस दौरान 'ब्लू मून' भी नजर आएगा जो इस साल पृथ्वी का सबसे निकटतम चंद्रमा होगा।
क्या होता है सुपर मून
जब सूर्य और चंद्रमा पृथ्वी के विपरीत दिशा में एक सीध में होते हैं, तब चंद्रमा का 100 प्रतिशत भाग सूर्य से प्रकाशित होता है। वहीं, पृथ्वी के चारों ओर चंद्रमा की कक्षा लगभग 5 डिग्री के कोण पर झुकी हुई होती है। फुल मून चंद्रमा और पृथ्वी की निरंतर गति के कारण ये केवल कुछ मिनटों के लिए दिखाई देगा। इसके अलावा ये सुपरमून चमकीला होगा क्योंकि इस दौरान चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी 3,61,934 किलोमीटर होगी जबकि सामान्यतया दूरी 3,82,900 किलोमीटर होती है।