प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गत 10 वर्षों में भारत ने दुनिया के मानस पटल पर एक बड़ी ताकत बनकर उभरा है। यही वजह है कि दुनिया भर के ताकतवर और अमीर देश भारत से गहरी दोस्ती को आतुर हैं। अमेरिका, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया जैसे ताकतवर देश भारत के रणनीतिक साझेदार बन चुके हैं। वहीं सऊदी अरब भी अब भारत के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने को आतुर है। आने वाले समय में सऊदी अरब भारत का नया रणनीतिक साझेदार बन सकता है। दोनों देशों के बीच इस दिशा में प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। ऐसा हुआ तो यह पाकिस्तान और चीन के लिए बहुत बड़ा झटका होगा।
बता दें कि भारत और सऊदी अरब ने संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास बढ़ाने और रक्षा औद्योगिक जुड़ाव के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण सहित द्विपक्षीय रक्षा और रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। रियाद में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट और सऊदी अरब के रक्षा मंत्री प्रिंस खालिद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल-सऊद ने मंगलवार को चर्चा की। भट्ट ने सऊदी अरब के सहायक रक्षा मंत्री खालिद अल-बयारी से भी मुलाकात की, जिनके साथ उन्होंने दोनों देशों के बीच लंबे समय से कायम बहुआयामी रक्षा सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
रक्षा मंत्रालय ने कही ये बात
पश्चिम-एशिया की स्थिति, विशेष रूप से ईरान समर्थित हूती आतंकवादियों द्वारा वाणिज्यिक मालवाहक जहाजों पर हमलों के संबंध में बढ़ती वैश्विक चिंताओं के बीच यह वार्ता हुई। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि चर्चा संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और विशेषज्ञता के आदान-प्रदान के दायरे को बढ़ाने सहित पारस्परिक हित के क्षेत्रों में सहयोग के रास्ते तलाशने पर केंद्रित थी। भट्ट रियाद में वर्ल्ड डिफेंस शो (डब्ल्यूडीएस) 2024 में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। पांच दिवसीय आयोजन चार फरवरी को शुरू हुआ। (भाषा)
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