जोहानिसबर्ग: पाकिस्तान में बिजली संकट से हाहाकर मचने के बाद अब एक और देश में बिजली संकट के कारण आपदा की स्थिति की घोषणा कर दी गई है। यह देश है दक्षिण अफ्रीका। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने केप टाउन में अपने वार्षिक ‘स्टेट ऑफ द नेशन’ (एसओटीएन) संबोधन के दौरान देश में बिजली संकट के कारण ‘आपदा की स्थिति’ की घोषणा की। कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण देश में घोषित ‘आपदा की स्थिति’ को हटाए जाने के 10 महीने बाद यह घोषणा की गई है।
राष्ट्रपति ने बताया कैसे निपटेगा इस संकट से दक्षिण अफ्रीका
रामाफोसा ने घोषणा की कि इस मामले से अधिक प्रभावी ढंग से और तत्काल निपटने के लिए एक बिजली मंत्री नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नया मंत्री राष्ट्रीय ऊर्जा संकट समिति के काम देखने के साथ-साथ बिजली संकट से निपटने के लिए सभी पहलुओं पर गौर करेगा। उन्होंने कहा, ‘ऊर्जा संकट हमारी अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने के लिए एक संभावित खतरा है। हमें इन उपायों को बिना विलंब के तुरंत लागू करना चाहिए।’
उन्होंने गुरुवार शाम अपने संबोधन में बिजली आपूर्ति संकट के अलावा बेरोजगारी, अपराध और हिंसा समेत कई चुनौतियों का जिक्र किया। राष्ट्रपति ने अपने ‘स्टेट ऑफ द नेशन’ संबोधन में यह भी स्वीकार किया कि एक समय था जब वह पद छोड़ने पर विचार कर रहे थे, लेकिन पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला के प्रयासों से उन्हें पद पर बने रहने की प्रेरणा मिली।
पाकिस्तान में भी गहराया बिजली संकट
इससे पहले पाकिस्तान में भी बिजली संकट गहरा गया था। यहां आर्थिक तंगी की मार पावर सेक्टर पर भी पड़ी है। कई शहर घंटों अंधकार में डूबे रहते हैं। यही नहीं बिजली सेक्टर के अलावा पाकिस्तान में पेट्रोल, डीजल, तेल इंडस्ट्री सहित दूसरे सेक्टर्स पर भी आर्थिक तंगी की मार पड़ी है। खासकर बिजली की कमी से पाकिस्तान के उद्योग धंधे प्रभावित हुए हैं।