आज हम आपको एक ऐसी सच्ची घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में सुनकर हो सकता है आपको अपने कानों पर भरोसा न हो, जिसके बारे में पढ़कर आपको अपनी आंखों पर ऐतबार न आए। मगर यह घटना ब्रिटेन में घटी है, जहां मरने के बाद एक व्यक्ति फिर से जिंदा हो उठा। उसे फिर से जीवित देखकर हर कोई हैरान रह गया। दरअसल इस व्यक्ति की मौत हृदयाघात के कारण हुई। धड़कनें थम जाने से व्यक्ति की मौत हो गई। डॉक्टरों ने उसे जीवित करने का काफी प्रयास किया, लेकिन सबकुछ विफल हो गया। डॉक्टरों ने व्यक्ति की जान बचाने के लिए कॉर्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) दिया। मगर कोई भी उपाय काम नहीं आया। इसके बाद शख्स को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया और उसे मुर्दा घर में भेज दिया। मगर इसके बाद ऐसा चमत्कार हुआ, जिसकी कल्पना शायद किसी ने नहीं की रही होगी।
मृत घोषित किए जा चुके शख्स की धड़कनें मरने के करीब 7 मिनट बाद फिर से चल पड़ीं। यह देख डॉक्टर समेत अन्य सभी लोग हैरान रह गए। इसके बाद उसे फिर ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया। हॉर्ट के ब्लॉकेज का ऑपरेशन किया गया और वह व्यक्ति दोबारा जीवित हो उठा। फिर से जिंदा होने के बाद शख्स ने हैरतअंगेज अनुभव साझा किया, जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। व्यक्ति ने वह सबकुछ बताया जो हर इंसान जानना चाहता है कि मरने के बाद व्यक्ति के साथ क्या-क्या होता है। वह कहां जाता है। मौत का अनुभव आप भी व्यक्ति की जुबानी सुनिए।
मरने के बाद चंद्रमा और अंतरिक्ष की किया सैर
मरने वाले व्यक्ति ने बताया कि जब वह धरती से अलविदा हो चुका था यानि उसकी मौत हो चुकी थी तो इस दौरान उसने चंद्रमा और अंतरिक्ष की सैर की। वहां उसने उल्कापिंडों और चांद, सितारों को करीब से देखा। मरने के 7 मिनट बाद व्यक्ति की धड़कनें दोबारा वापस लौट आई थीं। उसने बताया कि इन्हीं सात मिनट में वह बहुत तेजी से चंद्रमा और अंतरिक्ष तक पहुंच गया। हर किसी के मन में यह जिज्ञासा होती है कि हमारे मरने के बाद क्या होता है? यह प्रश्न सदियों से बड़ा रहा है। क्या हमें स्वर्ग भेजा जायेगा? खैर इस मामले की पूरी सच्चाई कभी भी जान पाना संभव नहीं हो सकेगा। क्योंकि मौत रहस्यों से भरी पड़ी है। मगर जीवित व्यक्ति के काफी अनुभव मौत के रहस्यों से पर्दा उठा रहे हैं।
मरने वाले व्यक्ति को एहसास था कि वह मर चुका है
मरने वाले ब्रिटिश व्यक्ति शिव ग्रेवाल ने बताया कि उसे पता था कि वह मर चुका है। इसी दौरान उसका मौत के हैरतअंगेज अनुभवों से सामना हुआ। सात मिनट तक वह मृत रहा और फिर दोबारा जिंदा हुआ। 60 वर्षीय स्टेज अभिनेता शिव ग्रेवाल की मौत 2013 में हुई थी। उन्होंने पर्ल गेट्स में अपने संक्षिप्त परिचय के दौरान यह हैरतअंगेज बातें बताईं। शिव ने कहा कि "मुझे किसी तरह पता था कि मैं मर चुका हूं।" फ्लैटलाइनिंग के बाद वह ज्वलंत संवेदनाओं को महसूस कर सकते थे: "मैंने महसूस किया कि चीजें मेरे शरीर से पूरी तरह से अलग हैं। यह ऐसा था जैसे मैं एक शून्य में था. लेकिन भावनाओं और संवेदनाओं को महसूस कर सकता था।
बिना शरीर के की यात्रा
मौत के अनुभवों को साझा करते हुए" ग्रेवाल ने दावा किया कि जब वह नीचे थे, तो उन्हें ऐसा महसूस हुआ जैसे उनका कोई शरीर ही नहीं है। वह इस अनुभव की तुलना पानी में तैरने से करते हैं। उन्होंने आगे कहा, "आप भारहीन महसूस करते हैं और भौतिक दुनिया से अलग हो जाते हैं।" उन्होंने दावा किया कि अपनी मरणोपरांत यात्रा में एक बिंदु पर वह चंद्रमा पर यात्रा कर रहे थे और उल्कापिंड एवं "पूरे अंतरिक्ष" को देख सकते थे। ग्रेवाल ने कहा कि मौत के बाद की हर चीज़ से ऐसा महसूस होता है कि बहुत सारी संभावनाएं थीं और यहाँ तक कि ईश्वर की ओर से प्रस्ताव भी थे। उन्होंने यहां तक उल्लेख किया कि जाहिर तौर पर उन्हें अपने अगले जीवन की पेशकश की जा रही थी: "विभिन्न जीवन और पुनर्जन्म जो मुझे पेश किए जा रहे थे।
मौत के बाद भगवान ने पेश किए कई प्रस्ताव
" ग्रेवाल का दावा है कि मौत के समय उन्हें भगवान की तरफ से कई प्रस्ताव पेश किए गए। मगर उन्होंने उन कथित प्रस्तावों को सिरे से अस्वीकार कर दिया, जिन्हें चुनने के लिए उन्हें प्रेरित किया जा रहा था। उन्होंने कहा, "मैंने यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया कि मैं अपने शरीर के साथ अपनी पत्नी के पास लौटना चाहता हूं और जीवित रहना चाहता हूं।" उस बिंदु पर, जैसे कि संकेत पर, एम्बुलेंस पहुंची और पैरामेडिक्स ने ग्रेवाल के दिल को पुनर्जीवित किया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया और ऑपरेशन के बाद एक महीने तक कोमा में रखा गया। इसके बाद वह जीवित हो उठे।
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