After Brazil Violence Erupted in Peru: ब्राजील के बाद अब पेरू में भी हिंसा भड़क उठी है। देश के कुछ ग्रामीण इलाकों में तत्काल चुनाव की मांग को लेकर फिर से शुरू हुए प्रदर्शनों में सोमवार को दक्षिण-पूर्वी पेरू में करीब 13 लोगों की जान ले ली। इन ग्रामीण इलाकों के लोग अब भी अपदस्थ राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो के प्रति वफादारी रखते हैं। पेरू की शीर्ष मानवाधिकार एजेंसी ने मौत के इन मामलों की जांच का आह्वान किया है। इनमें से 12 लोगों की मौत सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों के दौरान हुई, जो बोलीविया की सीमा के पास जुलियाका शहर में एक हवाई अड्डे पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे।
आपको बता दें कि कैस्टिलो को पद से हटाए जाने और उनकी गिरफ्तारी के बाद दिसंबर की शुरुआत से जारी प्रदर्शन में इतने लोगों की जान कभी नहीं गई। खबरों के अनुसार, जुलियाका में जान गंवाने वाले 12 लोगों में एक नाबालिग भी था। पास के शहर चुकुइटो में एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई, जहां प्रदर्शनकारियों ने एक राजमार्ग को जाम कर दिया था। कैस्टिलो की उत्तराधिकारी डिना बोलुआर्टे ने राष्ट्रपति और कांग्रेस के लिए 2024 में चुनाव कराने की योजना का समर्थन किया है, जो 2026 के लिए निर्धारित थे। उन्होंने सुरक्षा बलों के अत्यधिक बल का इस्तेमाल करने को लेकर भी न्यायिक जांच का समर्थन किया है।
ब्राजील में बोल्सोनारो के समर्थक कर रहे बवाल
पेरू के अलावा ब्राजील में भी जमकर बवाल चल रहा है। ब्राजील के धुर दक्षिणपंथी पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के सैकड़ों समर्थकों ने राजधानी ब्रासीलिया में जमकर 2 दिन पहले बवाल काटा था। बोल्सोनारो के समर्थक नए राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा के शपथ लेने के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां रविवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारी पुलिस बैरिकेड्स तोड़कर कांग्रेस (संसद भवन), राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में धावा बोल दिया। पुलिस ने इन सरकारी इमारतों में घुसे करीब 400 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। ब्राजील के नए राष्ट्रपति लुइज ने इस हमले की निंदा की। वहीं, पूर्व राष्ट्रपति बोल्सोनारो ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रीय कांग्रेस में "लूट और आक्रमण" की निंदा करते हुए घेराबंदी पर प्रतिक्रिया दी।
प्रदर्शन की निंदा
ब्राजील में प्रदर्शनकारी हरे और पीले झंडे के कपड़े पहने थे, उनमें से कुछ लोग सदन अध्यक्ष की कुर्सी पर चढ़ गए और वहां उसके आस-पास जमा हो गए। सुप्रीम कोर्ट के मुख्यालय को रौंद डाला और रैम्प से प्लानाल्टो प्रेसिडेंशियल पैलेस तक चढ़ गए। प्रदर्शनकारियों की भीड़ कांग्रेस भवन की छत पर चढ़ गई। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फुटेज में प्रदर्शनकारियों को कांग्रेस भवन में घुसने के लिए दरवाजे और खिड़कियां तोड़ते हुए देखे जा सकता है।
इसे लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों की ओर से देश की कांग्रेस, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में घुसने की घटना की निंदा की। बाइडन ने ब्राजील के राष्ट्रपति को टैग करते हुए ट्वीट किया, "मैं ब्राजील में लोकतंत्र और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण पर हमले की निंदा करता हूं। ब्राजील की लोकतांत्रिक संस्थाओं को अमेरिका का पूरा समर्थन प्राप्त है और ब्राजील के लोगों की इच्छा को कमजोर नहीं किया जाना चाहिए। मैं राष्ट्रपति लूला के साथ काम करना जारी रखने के लिए उत्सुक हूं।" भारत के पीएम मोदी ने भी इस हिंसा पर चिंता जाहिर की है।