ग्रीस पहुंचते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत हुआ। आखिरकार 40 वर्ष बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री ग्रीस पहुंचा है। ग्रीस ने इसके लिए पीएम मोदी को "ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर पुरस्कार" देकर सम्मानति किया। ग्रीस की राष्ट्रपति कैटेरिना सकेलारोपोलू ने एथेंस में पीएम मोदी को यह सम्मान दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने भी भारत-ग्रीस के रिश्ते को नई ऊंचाई पर ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब दोनों देशों की दोस्ती 40 वर्ष बाद फिर से नए मुकाम पर पहुंच गई है। ग्रीस अब भारत का स्ट्रैटेजिक पार्टनर होने जा रहा है। पीएम मोदी ने स्वयं इसका ऐलान किया है।
प्रेसवार्ता को संबोधित करते पीएम ने कहा कि ग्रीस और भारत एक स्वाभाविक मिलन है। यह विश्व के दो पुरातन सभ्यताओं के बीच, विश्व के दो पुरातन लोकतांत्रित विचारधाराओं के बीच, विश्व के दो पुरातन सांस्कृतिक व्यापारिक संबंधों के बीच मिलन है। हमारे संबंधों की नींव जितनी प्राचीन है, उतनी ही मजबूत है। विज्ञान, संस्कृति और कला सभी विषयों में हमने एक दूसरे से सीखा है। आज हमारे बीच जियोपोलिटिकल, अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय विषयों पर बेहतरीन तालमेल है। चाहे वह इंडोपैसिफिक में क्षेत्र हो, मेडिट्रेनियन में या दूसरे क्षेत्रों में। दो पुराने मित्रों की तरह हम एक दूसरे की भावनाओं को समझते हैं और हम उनका आदर करते हैं। उन्होंने कहा कि 40 वर्षों बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री का यहां आना हुआ है, लेकिन हमारे संबंधों की न तो गहराई कम हुई न ही रिश्तों की गर्मजोशी में कमी आई।
ग्रीस के साथ स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का किया ऐलान
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमने और ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोटाकिस ने भारत-ग्रीस सहयोग को स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप की ओर ले जाने का निर्णय लिया है। हमने तय किया है कि डिफेंस और सिक्योरिटी, इंफ्रास्ट्रक्चर, कृषि, शिक्षा, न्यू एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी और स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में अपने सहयोग को बढ़ाकर स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को मजबूती देंगे। रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में हमने सैन्य संबंधों के साथ ही साथ रक्षा उद्योगों को भी बल देने पर सहमति जताई है। हमने आतंकवाद और साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में आपसी सहयोग पर भी चर्चा की है। हमने तय किया है कि हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर पर भी बातचीत के लिए एक प्लेटफॉर्म होना चाहिए।
2030 तक भारत-ग्रीस का दूना होगा व्यापार
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा द्विपक्षीय व्यापार बढ़ रहा है और इसके बढ़ने की अपार संभावनाएं हैं। हमने 2030 तक व्यापार को दूना करने का लक्ष्य लिया है। हमारा मत है कि अपने देशों के बीच व्यापार और निवेश को प्रोत्साहित कर अपने उद्योग और आर्थिक सहयोग को एक नए स्तर पर ले जा सकते हैं। आज कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिए ग्रीस के साथ नए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। इसमें कृषि और बीज उत्पादन के साथ-साथ शोध, पशुपालन और पशुधन उत्पादन के क्षेत्र में भी सहयोग कर सकते हैं। दोनों देशों के बीच स्किल्ड माइग्रेशन को सुगम बनाने के लिए हमने जल्द ही माइग्रेशन और मोबिलिटी पार्टनरशिप समझौता करने के निर्णय लिया। हमारा मानना है कि प्राचीन जन से जन संबंधों को नया रूप देने के लिए हमें सहयोग बढ़ाना चाहिए। शिक्षण संस्थानों के बीच शैक्षणिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देंगे।
यूक्रेन मुद्दे पर हुई ये बात
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की। ग्रीस ने इंडिया-ईयू ट्रेड और इन्वेस्टमेंट पर भारत का समर्थन किया। यूक्रेन मामले में दोनों देश डिप्लोमेसी और डॉयलॉग का समर्थन करते हैं। संयुक्त राष्ट्र समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर ग्रीस के सहयोग के लिए धन्यवाद करता हूं। भारत की जी-20 की अध्यक्षता के लिए प्रोत्साहन और शुभकामनाओं के लिए प्रधानमंत्री का आभारी हूं। हेलेनिक रिपब्लिक के लोगों और राष्ट्रपति का हार्दिक धन्यवाद करता हूं। आज उन्होंने (राष्ट्रपति कैटेरिना सकेलारोपोलू) ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर से सम्मानित किया। 140 करोड़ भारतीयों की ओर से मैंने यह पुरस्कार स्वीकार किया और उनका आभार व्यक्त किया।
भारत और ग्रीस के साझा मूल्य हमारी लंबी और भरोसेमंद पार्टनरशिप का आधार हैं। लोकतांत्रिक मूल्यों और आदर्शों को स्थापित करने और उन्हें सफल रूप से प्रचलित करने में दोनों देशों का ऐतिसहासिक योगदान है। हमें विश्वास है कि भारतीय और ग्रीस को रोमनकला के सुंदर मिश्रण से बने गांजास पूरब आर्ट की तरह भारत और ग्रीस की मित्रता भी समय की सिला पर अपनी अमिट छाप छोड़ेगी। मैं आदर, सत्कार के लिए ग्रीस के पीएम और लोगों का धन्यवाद करता हूं।
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