नई दिल्ली। तुर्की और सीरिया के भयावह भूकंप को आए दो दिन होने को हैं। राहत और बचाव दल लगातार मलबे के नीचे दबे लोगों को जीवित निकालन के प्रयास में जुटे हैं। मंगलवार को राहत दलों ने उत्तर सीरिया में 40 घंटे तक मलबे में दबे एक पूरे परिवार को जीवित निकालने में सफलता पाई है। आखिर में परिवार के दो बच्चों तकबीर और जॉय को जिंदा निकाला गया। इसके बाद लोगों की आंखों में खुशी के आंसू छलक उठे। 40 घंटे बाद छोटी बच्ची को मलबे से निकाले जाने के बाद उसे लोगों ने अपने गोद में लेना शुरू कर दिया और खुशी से जीत के नारे लगाने लगे।
उल्लेखनीय है कि तुर्की और सीरिया में पिछले 48 घंटों में करीब 5 बार भीषण भूकंप आ चुका है। इसमें 5000 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। अभी हजारों लोग लापता हैं, जो मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं। वहीं 20 हजार से अधिक लोग घायल हैं। इनमें भी कई हजार लोगों की हालत अति गंभीर बनी हुई है। पिछले दो दिनों से राहत और बचाव का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। भारत ने भी अपने चार विमानों को तुर्की और सीरिया में राहत सामग्री और बचाव दलों के साथ भेजा है।
इसमें करीब 100 सदस्यीय मेडिकल दल भी है। तुर्की और सीरिया में भारत ने 30-30 बेड का स्वाचालित अस्पताल भी स्थापित किया है। ताकि घायलों की जान बचाई जा सके। आज देर रात दो अन्य विमान आपातकालीन राहत सामग्री के साथ तुर्की और सीरिया पहुंचे हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट करके तुर्की और सीरिया में भेजे गए विमानों और राहत सामग्री और बचाव दल के बारे में जानकारी दी है।