Highlights
- अल जवाहिरी को मारने में पाकिस्तान का हाथ होने की बात कही
- अमेरिका ने नष्ट कर दिए थे रडार
Afghanistan News: अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने के बाद से ही पाकिस्तान ने जैसा चाहा था वैसे संबंध तालिबान से नहीं बन पा रहे हैं। इससे उलट, भारत के प्रतिनिधियों ने तालिबान के शासकों से बात की। अकाल के समय खाद्यान्न भेजा। ऐसे सहयोग पर तालिबान का भारत के प्रति रवैया पहले से नरम पड़ा है। यही बात पाकिस्तान को चुभती है। ताजा मामले में तालिबान की एक और बात पाकिस्तान को चुभ गई है। दरअसल, अफगानिस्तान में मुल्ला उमर के बेटे और तालिबान सरकार के रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब ने अमेरिकी ड्रोन हमले से अल जवाहिरी को मारने में पाकिस्तान का हाथ होने की बात कही है। इस बयान से पाकिस्तान के माथे पर चिंता की लकीरें देखने को मिल रही है। पाकिस्तान ने मुल्ला याकूब के आरोपों को अनुमानित आरोप करार दिया। पाकिस्तान ने इस बयान पर दुख भी जताया और कहा कि ये जिम्मेदार राजनयिक आचरण के मानदंडों का उल्लंघन है। दरअसल हाल ही में अमेरिका ने एक ड्रोन हमले में अल-कायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया था।
याकूब ने पाकिस्तान पर लगाया ये आरोप
पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, 'अफगान मंत्री ने खुद स्वीकार किया है कि सबूतों का अभाव है। ये अनुमानित आरोप हैं जो बेहद खेदजनक हैं। जिम्मेदार राजनयिक आचरण के मानदंडों की ये अवहेलना है।' मुल्ला याकूब ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया था कि उसी ने अमेरिकी ड्रोन को अफगानिस्तान में घुसने का रास्ता दिया है। मुल्ला याकूब ने कहा कि उनके खुफिया तंत्र ने ये जानकारी दी है। अल जवाहिरी के मरने के बाद तालिबान का पाकिस्तान पर यह बड़ा बयानी हमला है।
अमेरिका ने नष्ट कर दिए थे रडार
मुल्ला याकूब ने कहा, 'हमारा खुफिया तंत्र बताता है कि पाकिस्तान के रास्ते अमेरिकी ड्रोन अफगानिस्तान में घुसे हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'हम पाकिस्तान से मांग करते हैं कि वह अमेरिका को अपने हवाई क्षेत्र को इस्तेमाल की मंजूरी न दे।' तालिबान का ये बयान तब आया है जब पाकिस्तान दावा करता रहा है कि उसने अपने हवाई क्षेत्र में अमेरिका को एक्सेस नहीं दिया।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच तनाव
अमेरिका के रीपर ड्रोन ने काबुल में छिपे अलकायदा सरगना जवाहिरी को हेलफायर मिसाइल के जरिए मार गिराया था। तब से तालिबान और पाकिस्तान के बीच तनाव है। रिपोर्ट्स तो ये भी कहती हैं कि ड्रोन स्ट्राइक के बारे में जानते हुए भी पाकिस्तान ने अल जवाहिरी को मरने दिया। इस बात से तालिबान और पाकिस्तान के बीच दूरियां और बढ़ गई हैं। तालिबान के बारे में कई विदेश मामलों के एक्सपर्ट कह चुके हैं कि आगे चलकर यही तालिबान पाकिस्तान के लिए भस्मासुर बन सकता है।