कोलंबोः भारत ने गुजरात में बीते हफ्ते श्रीलंका के 4 आईएसआईएस संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। आईएसआईएस संदिग्धों के श्रीलंका निवासी होने की जानकारी मिलने के बाद भारत ने इसकी जानकारी वहां की सरकार को भी दे दी। अब श्रीलंका की सरकार ने सोमवार को कहा कि पिछले हफ्ते अहमदाबाद हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किए गए चार श्रीलंकाई आईएसआईएस संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई के बारे में भारत फैसला करेगा, जबकि यहां के अधिकारी इस बात की जांच करेंगे कि क्या वे द्वीप राष्ट्र में आतंकवादी कृत्यों में शामिल थे।
गुजरात आतंकवाद-रोधी दस्ते (एटीएस) ने 19 मई को प्रतिबंधित संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से जुड़े चार श्रीलंकाई नागरिकों को गिरफ्तार किया था, जो कथित तौर पर अपने पाकिस्तान स्थित आकाओं के निर्देशों के बाद भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने आए थे। चारों लोगों ने 19 मई को कोलंबो से चेन्नई के लिए इंडिगो कंपनी की उड़ान ली थी। श्रीलंका के कानून मंत्री विजयदास राजपक्षे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भारत उनसे (गिरफ्तार संदिग्धों से) अपने कानून के मुताबिक निपटेगा।
श्रीलंका ने कहा मामले की करेंगे जांच
श्रीलंका इस बात की जांच करेगा कि क्या वे यहां रहते हुए किसी आतंकवादी कृत्य में भागीदार रहे हैं या किसी समूह की सहायता की है।’’ पिछले हफ्ते, श्रीलंकाई अधिकारियों ने गुजरात में गिरफ्तार किए गए चार श्रीलंकाई लोगों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय अभियान चलाया। श्रीलंकाई पुलिस ने चार गिरफ्तार आईएसआईएस संदिग्धों के एक साथी को पिछले बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कहा था कि संदिग्धों का सहयोगी मादक पदार्थों के एक तस्कर का बेटा है, जिससे पूछताछ की जा रही है। (भाषा)
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