इजरायल में पुरातत्वविदों को आए दिन ऐतिहासिक चीजें मिलती हैं। अब उन्हें एक कंघी मिली है। लेकिन इससे भी हैरान करने वाली बात ये है कि इस कंघी से 3700 साल पुराना एक चौंकाने वाले रहस्य का पता चला है। इस पर एक वाकया भी लिखा हुआ है। इजरायली पुरातत्वविदों को लगभग 3700 साल पुरानी ये एक कंघी मिली है और कहा जाता है कि इस पर अति प्राचीन कनानी वर्णमाला लिपि का एक पूर्ण वाक्य लिखा है। यह जानकारी बुधवार को प्रकाशित एक आलेख में मिली है।
कंघी पर लिखे वाक्य में लोगों को जूं से छुटकारा पाने के लिए अपने बालों और दाढ़ी में कंघी करने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। वाक्य में 17 अक्षर हैं, जिनमें कहा गया है कि यह बालों और दाढ़ी की जूं को जड़ से खत्म कर सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस खोज से कनानी वर्णमाला के शुरुआती उपयोग के बारे में नई जानकारी मिलती है, जिसका आविष्कार ईसा पूर्व 1800 साल के आसपास हुआ था। उसके बाद हिब्रू, अरबी, यूनानी, लैटिन आदि वर्णमाला प्रणालियों की नींव पड़ी थी।
वाक्य से किस बात का पता चला?
कंघी पर लिखे वाक्य से पता लगता है कि उस समय लोगों को जूं से परेशानी थी। वहीं पुरातत्वविदों का कहना है कि उन्हें कंघी पर जूं होने के सूक्ष्म सबूत भी मिले हैं। यह कंघी 2016 में दक्षिणी इजरायल में खुदाई के दौरान मिली थी। लेकिन पिछले साल के अंत में इजरायल के हिब्रू विश्वविद्यालय के एक प्राध्यापक ने इस पर खुदे हुए छोटे शब्दों को देखा। इस खोज का विवरण बुधवार को यरूशलम जर्नल ऑफ आर्कियोलॉजी में प्रकाशित किया गया है।