जिनेवा: विश्व व्यापार संगठन :डब्ल्यूटीओ: की अपीलीय संस्था ने सौर उर्जा मामले में अमेरिका के साथ विवाद में भारत के खिलाफ दिये गये समिति के फैसले को सही ठहराया है। इससे पहले एक समिति ने भारत के खिलाफ फैसला देते हुए कहा था कि सौर फर्मों के साथ सरकार का बिजली खरीद समझौता अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नहीं है। डब्ल्यूटीओ ने एक बयान में कहा है, :डब्ल्यूटीओ के: अपीलीय निकाय ने उन सभी निष्कर्षों को सही ठहराया है जिनको भारत ने चुनौती दी थी।
इससे पहले इसी साल फरवरी में आए फैसले में जजों ने कहा था कि भारत ना तो इस आधार पर छूट पाने का दावा कर सकता है कि उसके राष्ट्रीय सौर ऊर्जा क्षेत्र में सरकारी खरीद भी शामिल है और ना ही इस आधार पर कि सौर ऊर्जा से जुड़े सामानों की आपूर्ति यहां कम है। साथ ही यह कहना भी उचित नहीं है कि भारत पारिस्थितिकी तंत्र के अनुरूप टिकाऊ विकास सुनिश्चित कर रहा है या जलवायु परिवर्तन से मुकाबला कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि भारत ने डब्ल्यूटीओ की समिति के फैसले को चुनौती देते हुए अप्रैल में डब्ल्यूटीओ की अपीलीय संस्था में मामला दायर किया था। इस मामले में अमेरिका ने भारत में सौर उर्जा उपकरणों की खरीद फरोख्त मामले में अमेरिकी फर्मों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।