जेनेवा: हाल ही में ज़ीका वायरस से जुड़ी चिंताओं के बीच 150 अंतरराष्ट्रीय चिकित्सकों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने एक खुले पत्र पर हस्ताक्षर करके रियो डी जेनेरियो में होने वाले ओलंपिक खेलों के आयोजन को किसी और जगह करवाने या फिलहाल के लिए टाल दिए जाने की मांग की थी। जिस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शनिवार को जीका वायरस के संक्रमण के कारण रियो ओलम्पिक खेलों के आयोजन को स्थगित या स्थानांतरित किए जाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। संगठन ने अपने एक बयान में कहा, "वर्तमान में हुए मूल्यांकन के आधार पर 2016 ओलम्पिक खेलों को स्थगित या स्थानांतरित करने से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जीका वायरस के प्रसार में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा।"
WHO को 100 से अधिक प्रमुख चिकित्सकों और प्रोफेसरों ने आगामी रियो ओलम्पिक खेलों के आयोजन के संबंध में एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने लोगों के स्वास्थ्य के मद्देनजर ब्राजील में जीका वायरस के संक्रमण को देखते हुए रियो ओलम्पिक खेलों को स्थगित या स्थानांतरित करने की इच्छा जताई।
रियो डी जेनेरियो में ओलम्पिक खेलों का आयोजन इस वर्ष पांच से 21 अगस्त तक होगा, जिसे देखने के लिए विश्व भर से 500,000 लोग ब्राजील पहुंचेंगे।
WHO की महानिदेशक मार्गरेट चान को शुक्रवार को लिखे पत्र में चिकित्सकों और प्रोफेसरों ने कहा है कि उन्होंने इन खेलों को स्थगित या स्थानांतरित करने की सिफारिश इस सच्चाई के बावजूद की है कि रियो ओलम्पिक को अब टाला नहीं जा सकता और इसकी सफलता पर भी कोई शक नहीं है। इस पत्र में कहा गया, "हमारी सबसे बड़ी चिंता वैश्विक स्वास्थ्य है। ब्राजील में फैल रहा जीका वायरस स्वास्थ्य को इस प्रकार हानि पहुंचा सकता है, जो विज्ञान ने आज तक कभी देखा नहीं होगा।"
एक रिपोर्ट के अनुसार, संगठन ने इस पर गौर किया है कि ब्राजील इस वायरस का केंद्र है और इसके लगातार प्रसार के मामले दर्शाने वाले 60 देशों में से एक है। WHO ने कहा, "लोग कई कारणों से इन देशों का लगातार दौरा कर रहे हैं। इसके प्रसार को रोकने का सबसे अच्छा तरीका यहीं है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य यात्रा सलाह का पालन किया जाए।"
अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति ने कहा है कि उसका ओलम्पिक खेलों को स्थगित करने या स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं है। अधिकारियों ने पत्र में लिखा है कि जीका वायरस पहले की तुलना में अब अधिक गंभीर नजर आ रहा है और मच्छरों के खिलाफ चलाए गए कार्यक्रमों के बावजूद रियो क्षेत्र में स्थिति खराब होती जा रही है। पत्र में कहा गया, "इस खतरे को बढ़ने देना अनैतिक है। इसलिए जरूरी है कि WHO जीका, ओलम्पिक खेलों तथा यात्रा संबंधी सुझावों पर सबूतों के आधार पर मूल्यांकन करे।"