4. सांबियन जनजाति में 7 साल की उम्र में लड़को को उनकी मां से अलग कर दिया जाता है। और अगले दस साल के लिए ऐसी झोपड़ी में रख दिया जाता है जहां सिर्फ मर्द ही होते हैं। इस दौरान जबरन उनकी नाक से खून निलका जाता है, उल्टियां कराई जाती हैं और मलत्याग कराया जाता है।
5. फूला जनजाति के लड़कों को दूसरी जनजाती के लड़कों से लड़ाई करनी होती। इसमें विजयी होने के बाद ही वे मर्द माने जाते हैं। लड़ाई के लिए वे जिस छड़ी का इस्तेमाल करते हैं उसके छोर नुकीले और कांटे लगे होते हैं। जो लड़का जीत जाता है, उसे ही मर्द कहलाने का हक होता है।