अमेरिकी लड़ाकू विमानों के हवाई हमलों से अफ्रीकी देश सोमालिया दहल गया। अमेरिकी सेना के मुताबिक इस जबर्दस्त हमले में सोमालिया के अल-शबाब आतंकवादी समूह के 60 लड़ाके मारे गए हैं। अमेरिकी सेना ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि यह हमला पिछले हफ्ते शुक्रवार को किया गया था। सेना का कहना है कि 21 नवंबर 2017 के बाद से अल-शबाब संगठन के ठिकानों पर अमेरिका का सबसे बड़ा हमला है। नवंबर 2017 में आतंकवादियों के ट्रेनिंग कैंप पर हुए हमलों में 100 आतंकवादियों की मौत हो गई थी।
यह हवाई हमले सोमालिया के हरारढेरे क्षेत्र में किया गया। इसी के नज़दीक सेंट्रल कोस्ट के क्षेत्र में अमेरिकी सेना सोमालिया की सेना को ट्रेनिंग प्रदान करती है। इसके साथ ही अमेरिकी सेना अफ्रीकन यूनियन मिशन इन सोमालिया(एमीसोम) का भी भागीदार है। अमेरिकी सेना ने पिछले कुछ महीनों में अलकायदा समर्थित अल शादाब पर मिसाइल और हवाई हमले तेज कर दिए हैं। अल-शादाब राजधानी मोगादिशू में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सामालिया की सरकार को उखाड़ फेकना चाहती है।
अमेरिकी कार्रवाई में तेजी पिछले साल डोनाल्ड ट्रंप के उस आदेश के बाद से देखी गई है, जिसमें उन्होंने सोमालिया के लड़ाकों के खिलाफ किसी भी कार्रवाई का पूरा अधिकार सेना को सौंप दिया है। हमले के लिए सेना को व्हाइट हाउस की अनुमति लेने की भी जरूरत नहीं है। अफ्रीका कमांड के मुताबिक इस हवाई हमले से अल-शादाब की कमर तोड़ी गई है, इससे भविष्य में हमले की योजनाओं पर भी असर देखने को मिलेगा।