सैन जोस: लीबिया में खराब हालत वाले निगरानी केंद्रों में सुधार के लिए संयुक्त राष्ट्र की प्रवासी एजेंसी काम करेगी। एजेंसी घर वापस लौटने की इच्छा वाले शरणार्थियों और सक्षम लोगों को वापस उनके घर भेजेगी। इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन आईओएम की लॉरा थॉम्पसन ने कोस्टा रिका में एक प्रवासी सम्मेलन के बाद कहा, मेरा विास है कि वहां 31 से 32 निगरानी केंद्र हैं और इनमें से आधे पर सरकार का नियंत्रण है। (UNSC ने म्यांमार की स्थिति पर जताई चिंता)
उन्होंने कहा, मैं नहीं मानती हूं कि कोई भी जानता होगा कि कितने लोगों को ऐसी जगह रखा जा रहा है, जहां इतनी बुरी स्थिति है। थॉम्पसन ने कहा, यहां सिर्फ खाद्य पदार्थों की कमी नहीं है, बल्कि साफ-सफाई की भी व्यवस्था अच्छी नहीं है। यहां पर महिलाओं, बच्चों और पुरुषों को एक ही साथ रखा गया है।
कुछ समय पहले तक अफ्रीकी देशों से भूमध्य सागर पार करके यूरोप जाने वाले शरणार्थियों का लीबिया केंद्र रहा है। उन्होंने बताया कि आईओएम सरकार को महिलाओं और बच्चों के लिए अलग व्यवस्था कराने के विकल्प पर राजी करने के लिये बातचीत कर रहा है।