संयुक्त राष्ट्र: लेबनान में हिज्बुल्ला आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अमेरिकी सुरक्षा बल के दबाव के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने देश में अन्य साल के लिये शांति अभियान बढ़ा दिया है। हिज्बुल्ला और इस्राइल के बीच संघर्षविराम निगरानी कार्य देख रहे यूएन इंटरिम फोर्स इन लेबनान UNIFIL के शासनादेश को लेकर अमेरिका के साथ वाद विवाद के बाद परिषद ने कल सर्वसम्मति से फ्रांस के मसौदा प्रस्ताव का समर्थन किया। (भारतीय मूल के डॉक्टरों ने हार्वे से पीड़ित लोगों के लिए राहत कोष बनाया)
फ्रांस ने दलील दी कि UNIFIL दक्षिण लेबनान में शांति बनाये रखने में कामयाब रहा है लेकिन अमेरिका मिशन पर हिज्बुल्ला आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर दबाव बना रहा है। उस पर हथियारों के भंडारण और युद्ध के लिये तैयार रहने का आरोप है। मतदान के बाद अमेरिकी दूत निक्की हेली ने परिषद को बताया, दक्षिण लेबनान में आज हालात बेहद खतरनाक हैं। युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं।
उन्होंने कहा, यूएनआईएफआईएल युद्ध को दोबारा होने से रोकने में मदद के लिये है और समझा जाता है कि वह ऐसा करता है। प्रस्ताव में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि UNIFIL को उन इलाकों में तमाम जरूरी कार्रवाई करने का अधिकार है जहां उसके सैनिक तैनात हैं और उसे निश्चित रूप से यह सुनिश्चित करना है कि अभियान के इलाके का इस्तेमाल किसी प्रकार की शत्रुतापूर्ण गतिविधि के लिये नहीं हो रहा है।