मौंगदाव: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल रोहिंग्या शरणार्थी संकट का मुआयना करने के लिए सोमवार को म्यांमार पहुंचेगा और रखाइन प्रांत का दौरा करेगा। यह जानकारी एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने दी। रोहिंग्या मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ पिछले साल अगस्त में शुरू हुए सैन्य अभियान के बाद से यह रखाइन प्रांत का संयुक्त राष्ट्र का उच्चस्थ दौरा होगा। (रूस ने कहा, ईरान की ओर से किए गए परमाणु समझौते का 'कोई विकल्प' नहीं )
बौद्ध बहुल म्यांमार आरोपों पर सवाल उठाता है , लेकिन वह संयुक्त राष्ट्र के तथ्यान्वेषियों और अधिकारदूतों को देश में प्रवेश से रोककर संघर्षक्षेत्र तक पहुंच को बुरी तरह अवरुद्ध करता रहा है। फरवरी में संयुक्त राष्ट्र के पहले प्रस्तावित दौरे के बाद म्यांमार सरकार ने कहा कि यह ‘‘ उचित समय नहीं ’’ है , लेकिन इस महीने के शुरू में 15 परिषद दूतों के दौरे को मंजूरी दे दी।
सैन्य अभियान के चलते लगभग सात लाख रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार छोड़कर बांग्लादेश भाग गए। म्यांमार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ब्यौरा दिए बिना कहा कि वे 30 अप्रैल को यहां की राजधानी आएंगे और अगले दिन रखाइन जाएंगे।